वीडियो: लोकप्रिय भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौड़ को हाल ही में उनके चर्चित ‘यूपी में का बा’ गीत के सीज़न-2 के लिए पुलिस ने नोटिस जारी किया था. उन्होंने गीत में कानपुर देहात में अतिक्रमण विरोधी अभियान में हुई मां-बेटी की मौत को लेकर तंज़ किया था. इस पर वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान का नजरिया.
क्या किसी मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और सरकार की आलोचना समाज की आलोचना है? क्या भाजपा को यह अहंकार हो गया है कि वही समाज है और जिसे उसने अपना भगवान मान लिया है, वह पूरे समाज का ईश्वर है? उसकी आलोचना, उस पर मज़ाक़ ईशनिंदा है?
लोकप्रिय भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौड़ के चर्चित 'यूपी में का बा' गीत का सीज़न-2 बताए गए एक नए गीत में कानपुर देहात में अतिक्रमण विरोधी अभियान में हुई मां-बेटी की मौत को लेकर तंज़ किया गया है. यूपी पुलिस ने उन्हें नोटिस भेजते हुए कहा है कि गीत के कारण समाज में वैमनस्य तथा तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है.