आरबीआई ने ब्याज दरों में नहीं किया कोई बदलाव, घटाया आर्थिक विकास का अनुमान

मौद्रिक नीति समीक्षा में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट 6 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट 5.75 फीसदी पर बरकरार रखा है तो वहीं आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 7.3% से घटाकर 6.7 % कर दिया.

जब जुनैद का परिवार ईद नहीं मना सका तो मैं दीवाली कैसे मनाऊं?

दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर नंदिनी सुंदर लिखती हैं, ‘मेरे लिए महज एक हिंदू होने से ज़्यादा ज़रूरी इंसान होना है. इस साल दीवाली पर मेरे घर में तो अंधेरा रहेगा, लेकिन मेरे मन का कोई कोना ज़रूर रोशन होगा.’

मध्य प्रदेश में सूखा पीड़ित किसानों के कपड़े उतरवाकर पुलिस ने पीटा

टीकमगढ़ ज़िले में कांग्रेस के ‘खेत बचाओ-किसान बचाओ’ आंदोलन के दौरान किसान और कार्यकर्ताओं पर पुलिस का लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े.

गोंडा की घटना बताती है कि सांप्रदायिकता का ज़हर अब गांवों में भी फैल रहा है

पिछले दो-तीन दशकों में ‘सांप्रदायिक चेतना का ग्रामीणीकरण’ हुआ है. परंपरागत भारतीय समाज में हमारे बुज़ुर्गों ने सांप्रदायिकता से निपटने के लिए अपनी एक प्रणाली विकसित की थी.

संघ प्रमुख की फोटो से छेड़छाड़ के मामले में पूर्व कांग्रेस विधायक को दो साल की सज़ा

संघ प्रमुख की फोटो पर मध्य प्रदेश की कांग्रेस नेता कल्पना परुलेकर ने तत्कालीन लोकायुक्त पीपी नावलेकर का चेहरा लगा दिया था. सज़ा मिलने के तुरंत बाद ही मिली ज़मानत.

क्या विदेश मंत्रालय ने संघ और भाजपा के प्रचार का ज़िम्मा ले लिया है?

दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशताब्दी से कुछ दिन पहले विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड एक ई-बुक में भाजपा को देश का एकमात्र राजनीतिक विकल्प बताया गया है.

‘विविध भारती आम आदमी के जीवन का बैकग्राउंड म्यूज़िक है’

तीन अक्टूबर को विविध भारती की स्थापना के 61 बरस पूरे हो गए. इतने बरस की विविध भारती की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उसने हमारी ज़िंदगी को सुरीला बनाया है.

हनीप्रीत गिरफ़्तार, कहा- पिता राम रहीम की सज़ा के बाद अवसाद में थी

​हरियाणा पुलिस ने पंजाब में जिरकपुर-पटियाला रोड से गिरफ़्तार किया. पंचकूला हिंसा में वांछितों की सूची में हनीप्रीत का नाम सबसे ऊपर है.

दुनिया में विकास का पैमाना युद्धों का ख़ात्मा क्यों नहीं है?

मानव समाज के 3400 सालों के लिखित इतिहास में केवल 268 साल शांति वाले रहे हैं यानी इस धरती ने बस आठ प्रतिशत समय शांति के साथ गुज़ारा है.

दलों को मिलने वाले चंदे संबंधी कानून पर केंद्र और निर्वाचन आयोग से सुप्रीम कोर्ट ने मांगा जवाब

इस साल मार्च में लोकसभा ने दलों को कॉर्पोरेट घरानों से मिलने वाले चंदे में ढील देने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी थी.

आॅनलाइन गुंडागर्दी: मोदी अकेले ऐसे वैश्विक नेता हैं जो ट्रोल्स को फॉलो करते हैं

स्वतंत्र पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी बता रही हैं कि एक लोकतंत्र में अगर सरकार नागरिकों पर हमला कर रही है तो हम किस लोकतंत्र में रह रहे हैं?