सेना से ज़्यादा विस्फोटक तो दिल्ली और आसपास के पटाखा भंडारों में है: उच्चतम न्यायालय

शीर्ष अदालत में बताया गया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पटाखा वितरकों के पास 50 लाख और अकेले दिल्ली में एक लाख किलोग्राम पटाखों का भंडार है.

हमारा राजनीतिक वर्ग अंधविश्वास का सबसे बड़ा संरक्षक है

नेता कई तरह की गुप्त पूजा कराते हैं जिसका ख़र्च बीस-बीस लाख आता है. क्रिकेटर से लेकर सार्वजनिक जीवन का हर संभ्रांत प्रतीक अंधविश्वास का संरक्षक है, इसलिए सिरसा के डेरा समर्थकों को गंवारों की फौज न कहें.

सतलोक आश्रम के संचालक रामपाल दो मामलों में बरी, देशद्रोह और हत्या का मामला चलता रहेगा

हिसार की जिला अदालत ने रामपाल को सरकारी काम में बाधा डालने और लोगों को बंधक बनाने के मामले से बरी क​र दिया है.

हॉकी के जादूगर ध्यानचंद को भारत रत्न देने से क्यों कतरा रही हैं सरकारें?

सचिन तेंदुलकर को महज़ 24 घंटे के अंदर भारत रत्न देने का फैसला लेने वाली सरकारें चार बार सिफारिश के बावजूद मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने का मन अब तक नहीं बना पाई हैं.

कोर्ट के फ़ैसले के बाद भी जारी है एक बार में तीन तलाक़, सामने आए पांच मामले

एक बार में तीन तलाक़ को कोर्ट द्वारा असंवैधानिक क़रार देने के बाद उत्तर प्रदेश से चार और मध्य प्रदेश से एक मामला सामने आया है.

‘महिलाएं पंडितों और मौलानाओं के हाथों की कठपुतली बनी हुई हैं’

बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने एक बार में तीन तलाक़ कहने को असंवैधानिक क़रार दिया. अदालत के फैसले पर आम मुस्लिम महिलाओं से बातचीत.

लोग डेरों में क्यों जाते हैं?

मिथकीय मूल्यों और बाबाओं की निजी करिश्माई अपील के अलावा पंजाब के डेरे अपने अनुयायियों में एक किस्म की सुरक्षा की भावना भी जगाते हैं.

मीडिया बोल, एपिसोड 12: गुरमीत राम रहीम को सज़ा और सियासत की सनक

मीडिया बोल की 12वीं कड़ी में उर्मिलेश राजनीतिक विश्लेषक अभय कुमार दुबे और वरिष्ठ पत्रकार पूर्णिमा जोशी से गुरमीत राम रहीम को मिली सज़ा और मीडिया कवरेज पर चर्चा कर रहे हैं.

‘इस फैसले से उम्मीद जगी है कि मेरे पिता की हत्या के मामले में भी जल्द न्याय होगा’

पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे ने गुरमीत को सज़ा होने पर कहा, लोगों ने डेरे में हो रही आपत्तिजनक गतिविधियों पर विश्वास नहीं किया था, लेकिन कोर्ट में यह साबित हो गया.

आसाराम के ख़िलाफ़ बलात्कार मामले की धीमी जांच पर सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार पर उठाए सवाल

सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके पुत्र नारायण साई के ख़िलाफ़ बलात्कार और ग़ैरक़ानूनी तरीके से बंधक बनाने सहित कई आरोप लगाए थे.