बिहार में कथित तौर पर ज़हरीली शराब पीने से सीवान में 28 और सारण में सात लोगों की मौत हुई है. विपक्षी नेताओं ने ऐसी मौतों के बढ़ते मामलों को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शराबबंदी नीतीश कुमार के संस्थागत भ्रष्टाचार का एक छोटा-सा नमूना है.
नीतीश कुमार के जनता दल (यूनाइटेड) की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में वापसी के बाद भी केसी त्यागी भारतीय जनता पार्टी की नीतियों की खुलकर आलोचना कर रहे थे. माना जा रहा है कि ‘संवेदनशील मुद्दों’ पर त्यागी के बयानों ने पार्टी को गठबंधन के भीतर मुश्किल स्थिति में डाल दिया था.
केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल जनता दल (यूनाइटेड) ने वक़्फ़ संशोधन विधेयक को शुरुआत में समर्थन दिया था. तब से जदयू में आंतरिक असंतोष है. इससे पहले भाजपा के अन्य सहयोगी दलों, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी, ने भी विधेयक पर सवाल उठाए थे.
देश में किंगमेकरों की राजनीति का इतिहास बताता है कि आमतौर पर वह सुखांत नहीं होती क्योंकि न किंगमेकर अपनी स्थिति का लाभ उठाने में संयम बरत पाते हैं, न ही 'किंग' उनकी सारी मांगें पूरी कर पाते हैं.
बिहार सरकार द्वारा मधुबनी ज़िले के भुतही नदी पर तीन करोड़ रुपये की लागत से बन रहा पुल 27 जून को ढह गया. यह पुल 2021 से निर्माणाधीन था.
बिहार सरकार द्वारा पिछले साल जाति जनगणना के बाद संशोधित आरक्षण अधिनियम के तहत अनुसूचित जाति/जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण सीमा 50%से बढ़ाकर 65% की गई थी. अदालत ने इसे संविधान में दिए समानता के अधिकार का उल्लंघन बताया है.
बिहार के अररिया ज़िले के सिकटी में बकरा नदी पर बने 182 मीटर लंबे पुल का एक बड़ा हिस्सा मंगलवार दोपहर ढह गया. पुल का निर्माण निजी ठेकेदारों द्वारा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 12 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था.
वीडियो: केंद्र में तीसरी बार नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के सहयोगी दलों के साथ समीकरण और जम्मू कश्मीर में बढ़े आतंकी हमलों को लेकर द वायर हिंदी के संपादक आशुतोष भारद्वाज और द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन के साथ चर्चा कर रही हैं मीनाक्षी तिवारी.
2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने के लिए क्षेत्रीय दलों की ज़रूरत नहीं थी. लेकिन इस बार है. ऐसे में भाजपा नहीं चाहेगी कि गठबंधन के प्रमुख घटक दलों, ख़ासकर तेदेपा और जदयू में से कोई नाराज़ हो.
लोकसभा में बहुमत से बहुत दूर रही भाजपा के लिए तेलुगू देशम पार्टी का साथ महत्वपूर्ण है. एन. चंद्रबाबू नायडू भाजपा के साथ बातचीत के लिए पूरी तरह तैयार बताए जा रहे हैं और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष पद के साथ वित्त, कृषि जैसे विभिन्न मंत्रालयों की भी मांग की है.
अगर जनता दल (यूनाइटेड) और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) नरेंद्र मोदी का साथ छोड़ देते हैं, एनडीए संकट में आ सकती है.
चुनाव आयोग को सौंपे जनता दल (यूनाइटेड) के हलफनामे में पार्टी ने घोषणा की है कि उसे 10 अप्रैल 2019 से 26 अप्रैल 2019 के बीच चुनावी बॉन्ड के माध्यम से 13 करोड़ रुपये मिले, लेकिन पार्टी ने चंदादाताओं में से केवल दो का ही नाम बताया है.
बिहार में भागलपुर और खगड़िया को जोड़ने वाला निर्माणाधीन पुल पहली बार 30 अप्रैल, 2023 को और फिर 4 जून को दूसरी बार ढह गया था. इसका निर्माण करने वाली कंपनी एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने मई 2019 में एक ही दिन में 75 लाख रुपये के बॉन्ड खरीदे थे.
वीडियो: रविवार को पटना के गांधी मैदान में 'इंडिया' गठबंधन के नेताओं की मौजूदगी में तेजस्वी यादव ने महारैली में नीतीश कुमार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा. बिहार के पत्रकारों से रैली के प्रभाव को लेकर अजय कुमार की बातचीत.
वीडियो: बिहार में हुए राजनीतिक बदलाव के बाद राजद नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव प्रदेश में जन विश्वास यात्रा निकाल रहे हैं, जिसमें ख़ासी भीड़ देखी गई है. क्या यह राज्य की बदलती सियासी तस्वीर का इशारा है, चर्चा कर रही हैं द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.