तोशाखाना मामले में अदालत ने इमरान ख़ान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को 10 साल तक किसी भी सार्वजनिक पद पर रहने से भी रोक दिया गया है और प्रत्येक पर लगभग 23 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. बीते 30 जनवरी को इमरान और उनकी पार्टी के उपाध्यक्ष शाह महमूद क़ुरेशी को साइफ़र मामले में 10-10 साल की सज़ा सुनाई गई थी.
भ्रष्ट आचरण का दोषी पाए जाने के बाद जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने ब्रिटिश अख़बार के लिए एक लेख लिखा है. इसमें उन्होंने पाकिस्तान की सेना और सुरक्षा एजेंसियों सहित सत्ता प्रतिष्ठान पर अमेरिका के दबाव में उनकी सरकार को हटाने की साज़िश रचने का आरोप लगाने के साथ चुनाव आयोग की भी कड़ी आलोचना की है.
नवाज़ शरीफ़ को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में उनके तीसरे कार्यकाल के दौरान 2017 में हटा दिया गया था और 2018 में भ्रष्टाचार के कई आरोपों में सात साल की जेल की सज़ा सुनाई गई थी. 2019 में उनकी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उन्हें ज़मानत पर रिहा कर दिया गया और इलाज कराने की अनुमति दी गई थी.
पाकिस्तान के राजनीतिक विश्लेषकों को आशंका है कि देश में राजनीति के लिहाज़ से हालात अस्थिरता वाले हो सकते हैं, जहां अपने गढ़ों में शिकस्त का सामना करने वाले कई राजनीतिक दिग्गज आम चुनावों में धांधली के आरोपों के बीच हाथ मिला सकते हैं.
राजनीतिज्ञ और पूर्व क्रिकेटर इमरान ख़ान बन सकते हैं अगले प्रधानमंत्री. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी समेत विपक्षी दलों ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया.
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने संसद और प्रांतीय असेंबली के सदस्यों को संपत्ति और देनदारियों का ब्योरा न देने पर की कार्रवाई.
पनामा पेपर मामले में पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य ठहराए जाने के बाद नवाज़ शरीफ़ को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा था.