पाकिस्तान सरकार का कहना है कि पाकिस्तान की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ़ पर प्रतिबंध लगाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम देश में ‘अनिश्चितता और अराजकता’ को जन्म दे सकता है.
बीते मंगलवार को पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ़ पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को अल-क़ादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ़्तार कर लिया गया था. इस मामले में इमरान और उनकी पत्नी पर ‘50 अरब रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग को वैध बनाने के लिए एक रियल एस्टेट फर्म से अरबों रुपये प्राप्त’ करने का आरोप लगाया गया है.