पाकिस्तान: पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद हिंसक प्रदर्शन-आगज़नी

बीते मंगलवार को पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ़ पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को अल-क़ादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ़्तार कर लिया गया था. इस मामले में इमरान और उनकी पत्नी पर ‘50 अरब रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग को वैध बनाने के लिए एक रियल एस्टेट फर्म से अरबों रुपये प्राप्त’ करने का आरोप लगाया गया है.

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद विभिन्न शहरों में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. (फोटो साभार: फेसबुक/Gulf-Times)

बीते मंगलवार को पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ़ पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को अल-क़ादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ़्तार कर लिया गया था. इस मामले में इमरान और उनकी पत्नी पर ‘50 अरब रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग को वैध बनाने के लिए एक रियल एस्टेट फर्म से अरबों रुपये प्राप्त’ करने का आरोप लगाया गया है.

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद विभिन्न शहरों में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. (फोटो साभार: फेसबुक/Gulf-Times)

नई दिल्ली: बीते मंगलवार (9 मई) को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर नाराज उनके पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक सड़क पर उतर गए हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, उनकी गिरफ्तारी के बाद क्वेटा, कराची, पेशावर, रावलपिंडी और लाहौर सहित पाकिस्तान के कई शहरों में विरोध तेज हो गया, जिसमें कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए.

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों ने रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया था. पार्टी ने देश भर में व्यापक प्रदर्शनों का आह्वान किया है.

पुलिस ने बुधवार को मीडिया को बताया कि इमरान खान को आज (10 मई) इस्लामाबाद अदालत में नहीं लाया जाएगा, बल्कि उनकी निर्धारित सुनवाई उस स्थान पर होगी, जहां वह हिरासत में हैं.

डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीते मंगलवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान को तब गिरफ्तार कर लिया गया था, जब वह अल-कादिर ट्रस्ट मामले की सुनवाई के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर में मौजूद थे. इस मामले में खान और उनकी पत्नी पर ‘50 अरब रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग को वैध बनाने के लिए एक रियल एस्टेट फर्म से अरबों रुपये प्राप्त’ करने का आरोप लगाया गया है.

इसके अलावा इस्लामाबाद पुलिस ने ट्विटर पर घोषणा की थी कि उन्हें अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें पाकिस्तानी रियल एस्टेट टाइकून मलिक रियाज को ब्रिटेन में जब्त किए गए 190 मिलियन पाउंड की वापसी सुनिश्चित करने के बदले कथित रूप से अल-कादिर ट्रस्ट विश्वविद्यालय के लिए भूमि आवंटित की गई थी.

जैसे ही सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा इमरान खान के साथ मारपीट किए जाने के दृश्य प्रसारित हुए उसके तुरंत बाद ऐसी खबरें आने लगीं कि पीटीआई के बाकी नेतृत्व के आह्वान पर पार्टी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं. हालांकि, पीटीआई के किसी भी नेता को किसी भी विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते नहीं देखा गया, जो गिरफ्तारी के बाद स्वत:स्फूर्त रूप से भड़क गया.

सोशल मीडिया चैनलों पर रात भर हिंसा और विरोध प्रदर्शनों की खबरें आती रहीं.

सत्तारूढ़ राजनीतिक दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के लाहौर कार्यालय में आग लग गई, जबकि पाकिस्तान में कुछ पत्रकारों ने पीटीआई कार्यकर्ताओं को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया, विपक्ष से जुड़े नेताओं ने ट्विटर पर ने इसमें उनकी संलिप्तता से इनकार किया है.

एक वाणिज्यिक टावर जिसमें बड़े प्रतिष्ठान थे, वह भी आग की लपटों की चपेट में चला गया.

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक हाईवे टोल गेट में आग लगा दी गई. इससे पहले पेशावर में पुलिस मुख्यालय को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया था.

उसी प्रांत में फ्रंटियर कोर से संबंधित एक स्कूल को जला दिया गया.

इमरान खान गिरफ्तारी के तुरंत बाद पहली रिपोर्ट और वीडियो लाहौर के जमान पार्क में उनके आवास के बाहर पीटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा सड़क पर घेराव किए जाने की थी.

जैसे ही मीडिया ने इनरान खान की गिरफ्तारी के बारे में अधिक जानकारी देनी शुरू की, जिसमें दावा किया गया कि उन्हें गिरफ्तार करने के दौरान अर्धसैनिक पुलिस द्वारा मारा गया था, पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शनों की संख्या में वृद्धि हो गई.

रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना मुख्यालय के बाहरी गेट को हिलाते हुए पीटीआई प्रदर्शनकारी देखे गए. एक अकेली महिला प्रदर्शनकारी को पहले लोहे के फाटकों को हिलाते हुए देखा गया, उसके बाद अन्य पीटीआई कार्यकर्ताओं ने भी ऐसा ही किया. फिर गेट खुल गया और नारे लगाते हुए परिसर के अंदर प्रदर्शनकारियों का तांता लग गया.

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, आधी रात के बाद भी पुलिस प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दाग रही थी.

लाहौर में कॉर्प्स कमांडर्स के आवास के बाहर भी प्रदर्शनकारी जमा हो गई थी. उन्होंने परिसर में तोड़फोड़ की, एक ट्विटर यूजर ने बताया कि प्रदर्शनकारियों में से एक पालतू मोर अपने साथ लेकर चला गया, जबकि दूसरे ने फ्रिज से जमे हुए स्ट्रॉबेरी लेने का दावा किया.

अन्य शहरों में भी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाए जाने की ऐसी ही खबरें हैं. पेशावर में फ्रंटियर कोर मुख्यालय के बाहर पीटीआई समर्थकों ने प्रदर्शन किया. लाहौर के लिबर्टी चौक की ओर एक बड़ी भीड़ जमा हो रही थी.

लाहौर में समाचार पत्र डॉन के एक संवाददाता ने प्रदर्शन का एक वीडियो साझा किया, जिसकी उन्होंने पुष्टि की कि इसे कोर कमांडर के आवास के बाहर शूट किया गया था.

इमरान खान के भतीजे हसन नियाजी ने ट्वीट किया कि पीटीआई कार्यकर्ताओं का कोर कमांडर के आवास पर घेराव जारी है. उन्होंने कहा, ‘लोगों में डरावना गुस्सा. पीटीआई कार्यकर्ता जनता को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन गुस्सा बहुत ज्यादा है.’

सैन्य परिसर के बाहर सुरक्षा के अपेक्षाकृत अभाव के साथ पीटीआई समर्थकों में भी बेचैनी थी कि शायद उन्हें एक जाल में फंसाया जा रहा है. इस तरह की कई अटकलें थीं कि पीटीआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ एक बड़ी सुरक्षा कार्रवाई करने का सेना बहाना दे रही है.

देश के विभिन्न हिस्सों में इंटरनेट होने और मैसेजिंग ऐप बंद होने के बावजूद पीटीआई कार्यकर्ता विभिन्न सोशल मीडिया चैनलों और मैसेजिंग ऐप पर एक-दूसरे के साथ संपर्क में थे.

उनकी भावनाए उबाल पर थीं, क्योंकि उनमें से कुछ ने सेना के खिलाफ और अधिक सीधी कार्रवाई का आग्रह किया, जबकि अन्य ने उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए शांत दिमाग रखने की सलाह दी कि उनकी प्राथमिकता इमरान खान की सुरक्षित रिहाई है और जोर देकर कहा कि वे किसी भी हिंसक कदम का समर्थन नहीं कर रहे हैं.

पीटीआई के एक सीनेटर फैसल जावेद ने ट्वीट किया कि पीटीआई को दोष देने के लिए प्रदर्शनकारियों के बीच ‘बदमाशों’ को लगाया जा रहा है.

इस बीच ऐसी खबरें आईं कि पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है. एक टीवी पत्रकार शाहिद मसूद ने बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बल के जवानों द्वारा एक काले वाहन में उन्हें धकेले जाने का एक वीडियो क्लिप ट्वीट किया.

पीटीआई के मुताबिक, उसके सिंध चैप्टर के अध्यक्ष अली हैदर जैदी का कथित तौर पर कराची में ‘अपहरण’ कर लिया गया था.

पीटीआई ने आरोप लगाया कि पार्टी के एक अन्य नेता उस्मान डार के घर पर छापा मारा गया और उनकी बुजुर्ग मां के साथ मारपीट की गई.

कराची के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एक स्थानीय समाचार पत्र को बताया कि कराची में पीटीआई के 23 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है.

अधिकारी ने स्पष्ट किया कि व्यक्ति संवेदनशील प्रतिष्ठानों के बाहर प्रदर्शन करने के लिए ‘रेड जोन’ की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.

एक ट्विटर यूजर ने सोशल मीडिया पर मुख्य कराची हाईवे पर आंसू गैस के गोले दागने और एक अन्य पुलिस वैन में आग लगाए जाने के वीडियो पोस्ट किए.

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लाहौर में इमरान खान के जमान पार्क आवास के पास नहर रोड को अवरुद्ध करने के प्रयास में पोस्टर और बैनर जलाने से नाराज पीटीआई समर्थकों की एक क्लिप साझा की.

एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने एक ऊंची इमारत की खिड़की से कराची के शहरे फैसल के दृश्यों को ट्वीट किया, जिसमें गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने शहर के मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिया था. इस बीच, विभिन्न शहरों में पुलिस घोषणा कर रही थी कि कई मुख्य सड़कें विरोध प्रदर्शन की चपेट में हैं.

पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने घोषणा की कि निजी और सार्वजनिक संपत्ति दोनों में अतिक्रमण और तोड़फोड़ करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन अधिकारियों को कानूनी उपायों के अनुसार ‘उपद्रवियों और अपराधियों’ के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. इसके अतिरिक्त मंत्री ने हिंसक कार्यों में संलग्न व्यक्तियों के प्रति ‘बर्दाश्त न करने’ की नीति पर जोर दिया.

विपक्षी दल पीटीआई ने निर्देश दिया कि इमरान खान की रिहाई तक पूरे देश में विरोध प्रदर्शन और धरने आयोजित किए जाएं.

इस्लामाबाद में पीटीआई ने सभी समर्थकों और नेताओं को न्यायिक परिसर में जुटने का निर्देश दिया. पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने कहा कि इस्लामाबाद हाईकोर्ट द्वारा गिरफ्तारी को कानूनी करार दिए जाने के बाद पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का इरादा किया है.

पाकिस्तान के वाणिज्यिक केंद्र कराची में भी मंगलवार देर रात पूरे शहर में विरोध प्रदर्शन की घोषणा की गई.

इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

क्या है मामला

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें उन पर और उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर एक बिजनेस टाइकून से अवैध रूप से जमीन खरीदने का आरोप लगाया गया है.

पाकिस्तान के दैनिक समाचार पत्र डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुरक्षा के बदले वे बहरिया टाउन (एक इस्लामाबाद स्थित रियल एस्टेट कंपनी) से कथित रूप से ‘5 बिलियन रुपये और सैकड़ों कनाल (जमीन) स्वीकार करने के लिए राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की जांच का सामना कर रहे हैं.’

यह भी कहा गया कि आरोपियों को एक विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए एक गैर-लाभकारी संगठन अल-कादिर ट्रस्ट को ‘दान’ के रूप में जमीन दी गई थी. विशेष रूप से संगठन के केवल दो ट्रस्टी थे: इमरान और बुशरा बीबी. आरोप है कि फर्म और पीटीआई सरकार के बीच समझौते से राष्ट्रीय खजाने को 190 मिलियन पाउंड का नुकसान हुआ था.

गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने मीडिया को बताया कि कई नोटिस जारी किए जाने के बावजूद बार-बार अदालत में पेश नहीं होने पर इमरान को इस मामले में हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो द्वारा राष्ट्रीय खजाने को नुकसान पहुंचाने के लिए गिरफ्तारी की गई है.’

पिछले साल जून में गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इमरान के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक समिति के गठन की घोषणा करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

उन्होंने कहा था, ‘बहरिया टाउन ने ब्रिटेन में एक पाकिस्तानी नागरिक को अवैध रूप से 50 अरब रुपये हस्तांतरित किए थे, जिसे ब्रिटिश नेशनल क्राइम एजेंसी (एनसीए) ने पकड़ा था, जिसने बाद में तत्कालीन पीटीआई सरकार को काले धन के बारे में सूचित किया था.’

इमरान से मारपीट और प्रताड़ित करने का आरोप

पीटीआई नेताओं ने आरोप लगाया है कि गिरफ्तारी के बाद इमरान खान को उन्हें एक ‘गुप्त स्थान’ पर ले जाया गया है और आशंका व्यक्त की है कि पूर्व प्रधानमंत्री को प्रताड़ित किया जा सकता है. पाकिस्तानी मीडिया ने बताया कि इमरान खान को 10 मई को इस्लामाबाद में न्यू पुलिस गेस्ट हाउस, पुलिस लाइंस मुख्यालय में पेश किया जाएगा.

गिरफ्तारी के घंटों बाद इमरान ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि वर्तमान में सेवा में कार्यरत एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने उन्हें कई बार मारने की कोशिश की है.

उन्होंने कहा, ‘इस आदमी ने मुझे दो बार मारने की कोशिश की और जब भी जांच की जाएगी, मैं साबित करूंगा कि यह आदमी था और उसके साथ एक पूरा गिरोह है.’

उन्होंने कहा, ‘मेरा सवाल है: इस आदमी का नाम सामने आया है और देश का एक पूर्व प्रधानमंत्री होने के बावजूद क्यों मैं उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में असमर्थ था?’

इमरान खान को मंगलवार दोपहर करीब 2:15 बजे इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया गया. मार्च 2023 में उनके लाहौर आवास से गिरफ्तार करने के असफल प्रयासों को देखते हुए इस बार काफी सावधानी बरती गई थी.

पीटीआई के एक वकील ने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी के दौरान रेंजरों ने इमरान खान, उनके सुरक्षाकर्मियों और कमरे में मौजूद अन्य कर्मचारियों की पिटाई की थी.

बैरिस्टर गोहर खान ने कहा कि इमरान खान को रेंजरों द्वारा प्रताड़ित किया गया और उन्होंने उनके सिर और चोटिल पैर पर रॉड से मारा (खान को नवंबर 2022 में गोली लगने के बाद उनका पैर चोटिल हो गया था) और उनकी व्हीलचेयर को फेंक दिया.

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