भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 30,362,848 पर पहुंच गई है, जबकि एक दिन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या लगातार तीसरे दिन 1,000 से कम रही. एक दिन में 817 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 398,454 हो गई है. विश्व में 18.18 करोड़ से ज़्यादा संक्रमण के मामले सामने आए हैं, जबकि 39.37 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
कोविड प्रबंधन की आलोचना को मोदी सरकार छवि ख़राब करना बता रही है. हालांकि देश की छवि तब भी बिगड़ती है, जब प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार में प्रतिद्वंद्वी महिला मुख्यमंत्री को ‘दीदी ओ दीदी’ कहकर चिढ़ाने पर उतर आते हैं. वह तब भी बिगड़ती है, जब उनके समर्थक हत्यारी भीड़ में बदल जाते हैं या बलात्कारियों के पक्ष में तिरंगे लहराकर जुलूस निकालते हैं.
देश में 102 दिन बाद एक दिन में महामारी के 40 हज़ार से कम नए मामले सामने आए हैं. वहीं, लगातार दूसरे दिन संक्रमण से मौत के एक हज़ार से कम मामले दर्ज हुए हैं. दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 18.14 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं और 39.29 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 30,279,331 हो गई है. वहीं, संक्रमण से बीते एक दिन में 979 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या 396,730 हो चुकी है. संक्रमण से एक दिन में जान गंवाने वालों की संख्या देश में 76 दिन बाद इतनी कम रही है. विश्व में संक्रमण के मामले 18.10 करोड़ से ज़्यादा हैं, जबकि 39.23 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
भाजपा की उत्तर प्रदेश कार्य समिति के सदस्य और पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने महामारी की पहली लहर से सबक नहीं लिया और इस वजह से दूसरी लहर में बड़ी संख्या में संक्रमितों की मौत हुई. उन्होंने संक्रमण से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग की.
वित्त मंत्रालय ने कोविड-19 महामारी के मद्देनज़र पिछले साल अप्रैल में केंद्र सरकार के 50 लाख कर्मचारियों और 61 लाख केंद्रीय पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते में वृद्धि पर 30 जून 2021 तक के लिए रोक लगा दी थी.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 30,233,183 हो गई है और मृतकों का आंकड़ा संख्या बढ़कर 395,751 पहुंच गया है. विश्व में संक्रमण के मामले 18.07 करोड़ से ज़्यादा है और 39.17 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा है कि कोरोना वायरस का भारत में पहली बार पाया गया ‘डेल्टा’ स्वरूप अब तक का सबसे संक्रामक प्रकार है. अब यह स्वरूप कम से कम 85 देशों में फैल रहा है. ग़रीब देशों में टीके की अनुपलब्धता इसके प्रसार में सहायक सिद्ध हो रही है और अमीर देश विकासशील देशों को तत्काल टीका नहीं देना चाहते.
केंद्र सरकार ने कहा है कि कोविड-19 के डेल्टा प्लस वैरिएंट के 51 मामले 12 राज्यों में सामने आए हैं और उनमें से सबसे अधिक 22 मामले महाराष्ट्र से आए हैं. सरकार ने ज़ोर दिया कि कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन टीके सार्स-सीओवी-2 के अल्फा, बीटा, गामा एवं डेल्टा स्वरूपों के विरूद्ध प्रभावी हैं. वहीं, असम और महाराष्ट्र में डेल्टा स्वरूप से एक-एक मरीज़ की मौत होने की पुष्टि हुई है.
बीते चौबीस घंटों में देश में कोविड-19 के 48,698 नए मामले आए, जिसके साथ ही कुल मामलों की संख्या 3.01 करोड़ से अधिक हो गई है. वहीं, विश्वभर में संक्रमण के 18.04 करोड़ से ज़्यादा मामले आ चुके हैं और 39.09 लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
इलाहाबाद में स्थानीय पत्रकारों के द्वारा 23 और 24 जून को शहर के विभिन्न घाटों पर मोबाइल से बनाए गए वीडियो और खींची गई तस्वीरों में नगर निगम की टीम को इन शवों को बाहर निकालते हुए देखा जा सकता है. मेयर ने बताया है कि इस तरह मिले शवों का अंतिम संस्कार करवाया जा रहा है.
देश में कोविड-19 मामलों की कुल संख्या बढ़कर 3,01,34,445 हो गई है और एक दिन में 1,329 लोगों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या 3,93 लाख से अधिक हो गई. वहीं, दुनियाभर में कुल मामलों की संख्या अठारह करोड़ के पार हो चुकी है और अब तक 39,00,372 लोगों की जान जा चुकी है.
असम सरकार ने अपने सभी विभागीय प्रमुखों को निर्देश दिया कि इस महीने से वेतन जारी करने के पहले फ्रंटलाइन कर्मचारियों के टीकाकरण की स्थिति का पता लगाएं. इसी तरह मध्य प्रदेश के उज्जैन में ज़िला प्रशासन ने कहा है कि यदि सरकारी कर्मचारियों ने टीका नहीं लगवाया तो उन्हें अगले माह से वेतन नहीं मिलेगा.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 30,082,778 हो गई है और इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 391,981 हो गया है. विश्व में संक्रमण के मामले 17.95 करोड़ से ज़्यादा हैं, जबकि 38.90 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
स्क्रोल डॉट इन की एक रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले कुछ दिनों में भाजपा शासित राज्यों द्वारा टीकाकरण की गति को धीमा करना सोमवार को भारत के रिकॉर्ड 86 लाख टीके की खुराक देने का कारण हो सकता है.