मामला हज़ारीबाग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का है. आकाशीय बिजली गिरने से गंभीर रूप से घायल व्यक्ति का इलाज मोबाइल फोन के टॉर्च की रोशनी में करने का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया है. अस्पताल ने आरोपों से इनकार किया है.
बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा अधिकारियों को ऑक्सीजन की कमी से मरीज़ों की मौत न होने की बात सुनिश्चित करने के निर्देश के एक दिन बाद गोवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन का दबाव कम होने के चलते पंद्रह मरीज़ों की जान चली गई. इससे पहले यहां कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी या ऑक्सीजन आपूर्ति में बाधा के चलते 48 घंटे में 47 कोरोना मरीज़ों की मौत हुई थी.
दिल्ली में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां एम्बुलेंस में रोगी को गंभीर हालत में लेकर परिजन कई घंटों और किलोमीटर तक विभिन्न अस्पतालों में भटकते रहे. ऐसे में एम्बुलेंस में उपलब्ध महज़ एक ऑक्सीजन सिलेंडर मरीज़ की मदद के लिए नाकाफ़ी साबित हो रहा है.