पेगासस: थाईलैंड के मंत्री स्पायवेयर का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार करने के बाद पलटे

संसद में विपक्षी सांसदों द्वारा इज़रायल के एनएसओ ग्रुप द्वारा निर्मित पेगासस स्पायवेयर के इस्तेमाल का आरोप लगाने के बीच बीते 19 जुलाई को थाईलैंड के डिजिटल अर्थव्यवस्था और समाज मंत्री चाइवुत थनाकामानुसोर्न ने कहा था कि उन्हें पता था राष्ट्रीय सुरक्षा और नशीली दवाओं के संबंध में निगरानी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा था. अब उन्होंने इस बयान को वापस लेने की मांग की है.

पेगासस प्रोजेक्ट: सालभर में कहां पहुंची भारत सरकार द्वारा स्पायवेयर इस्तेमाल के दावे की जांच

18 जुलाई 2021 से पेगासस प्रोजेक्ट के तहत एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया कंसोर्टियम, जिसमें द वायर सहित विश्व के 17 मीडिया संगठन शामिल थे, ने ऐसे मोबाइल नंबरों के बारे में बताया था, जिनकी पेगासस स्पायवेयर के ज़रिये निगरानी की गई या वे संभावित सर्विलांस के लक्ष्य थे. इसमें कई भारतीय भी थे. सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसकी जांच के लिए गठित समिति द्वारा अंतिम रिपोर्ट दिया जाना बाक़ी है.

तकनीकी समिति ‘पेगासस प्रभावित’ 29 मोबाइल फोन की कर रही जांच, कोर्ट ने 20 जून तक रिपोर्ट मांगी

प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट पीठ ने कहा कि तकनीकी समिति पेगासस स्पायवेयर प्रभावित मोबाइल फोन की जांच कर रही है और उसने पत्रकारों समेत कुछ लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं. शीर्ष अदालत कथित जासूसी मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करने वाली पत्रकारों और मीडिया संगठनों द्वारा दाख़िल की गईं याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है.

यूके के सरकारी अधिकारियों को संदिग्ध भारतीय ऑपरेटरों ने पेगासस का निशाना बनाया: सिटीज़न लैब

सिटीज़न लैब की रिपोर्ट बताती है कि 2020-21 में उसने यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय में पेगासस स्पायवेयर संक्रमण के कई संदिग्ध मामले देखे थे. विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय से संबंधित संदिग्ध वायरस का जुड़ाव पेगासस ऑपरेटरों से था, जिनके तार यूएई, भारत, साइप्रस और जॉर्डन से जुड़े पाए गए.