मध्य प्रदेश के वन मंत्री ने कहा कि दो जुलाई 2017 को नर्मदा किनारे छह करोड़ से अधिक पौधे लगाने के नाम पर 450 करोड़ का घोटाला किया गया. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व वन मंत्री गौरी शंकर शेजवार और तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका की जांच आर्थिक अपराध शाखा करेगी.
एक आदिवासी महिला की शिकायत पर महिला वन अधिकारी और 15 अन्य कर्मचारियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज हुआ है. महिला का आरोप है कि वन अधिकारी और उनके साथ आए कर्मियों ने घटना के दिन उनसे गाली-गलौज की और जूतों से मारा.
राज्य सरकार की ‘हरित हरम’ योजना के तहत वन विभाग की टीम गांव में पौधे लगाने गई थी. इस दौरान टीआरएस विधायक कोनूरु कन्नप्पा के भाई कोनेरु कृष्ण के नेतृत्व में गांव के कुछ लोगों ने जमीन पर अपना मालिकाना हक होने का दावा करते हुए उन पर लाठियों से हमला कर दिया.