मस्जिद के आस-पास के दुकानों को भी लूटा गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि लूटपाट करने वाले लोग उनके क्षेत्र के नहीं थे.
दिल्ली पुलिस का दावा है कि वे स्थिति को संभालने के लिए हिंसाग्रस्त इलाकों में अधिक फोर्स उतार रहे हैं हालांकि स्थिति संभलती हुई दिखाई नहीं दे रही है.
दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में से एक भजनपुरा में पहुंच कर जब द वायर ने स्थिति का जायजा लेना चाहा तो वहां मौजूद लोगों ने कैमरा चालू न करने की धमकी दी और कहा, 'हम बात करेंगे लेकिन हमारा चेहरा कैमरे में नहीं आना चाहिए.'
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर-बाबरपुर-जाफराबाद इलाकों में भड़की हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत सात लोगों की मौत हो गई है. पुलिस ने हिंसा प्रभावित इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है.
मेरे फोन से फोटो डिलीट करवाते हुए एक व्यक्ति ने कहा, 'अब समय आ गया है कि हिंदू कब्जा कर लें. बहुत हुआ.'
जाफराबाद में सीएए विरोध स्थल शांत था लेकिन हिंदुत्व पक्ष में शोर और जश्न का माहौल था. वहीं, मौजपुर में हिंसा की सबसे बुरी खबरें सामने आई जहां दिन में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक शख्स पुलिस के सामने गोली चलाते हुए देखा गया था.
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने पुलिस को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि अगर सड़क नहीं खाली कराई गई तो हम आपकी भी नहीं सुनेंगे.
उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग और भजनपुरा समेत कई इलाकों में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हुई झड़पों में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल समेत सात लोगों की मौत हो गई है जबकि पुलिस उपायुक्त घायल हो गए.
उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफ़राबाद और मौजपुर में सीएए के समर्थकों और विरोधी समूहों के बीच हुई हिंसक झड़पों के दौरान गोकुलपुरी थाने में तैनात दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई है.
जब इस मामले में पक्षकारों ने वार्ताकारों द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट की प्रति मांग तो सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अभी कुछ समय तक के लिए इसे गोपनीय रखा जाएगा.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में सीएए विरोधी और समर्थक समूहों के बीच रविवार को झड़प हो गई. जाफराबाद से सटे मौजपुर में दो समूहों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी. सुरक्षा कारणों के चलते मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं.
महाराष्ट्र के नागपुर में संघ मुख्यालय के निकट रेशीमबाग मैदान में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए आजाद ने 'मनुवाद' को खत्म करने के लिए संघ पर प्रतिबंध की मांग की.
सुप्रीम कोर्ट ने बीते 17 फरवरी को वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला को वार्ताकार नियुक्त किया था और प्रदर्शनकारियों से बात कर विरोध प्रदर्शन के लिए वैकल्पिक रास्ता तलाशने को कहा था.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त वार्ताकारों वरिष्ठ अधिवक्ताओं संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन और प्रदर्शनकारियों के बीच सड़कों को अवरुद्ध किए जाने से लोगों को हो रही समस्या को लेकर तीन दिन चली बातचीत के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है.
इस प्रदर्शन में करीब 500 लोग पहुंचे, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं. जाफराबाद में यह प्रदर्शन ऐसे समय किया जा रहा है जब शाहीन बाग में पिछले दो महीने से सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास जारी है.