नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कुमार दहल, जो इस महीने के अंत में चीन के दौरे पर जाने वाले हैं, ने अब तक चीन द्वारा जारी नए मानचित्र पर कोई टिप्पणी नहीं की है. नेपाल से पहले भारत ने भी चीन के नए नक़्शे पर विरोध दर्ज करवाया था.
पिछले माह हुए आम चुनावों में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत न मिल पाने के कारण देश में जारी अनिश्चितता के वातावरण के बीच सीपीएन (माओवादी सेंटर) के अध्यक्ष 68 वर्षीय पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है. तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने प्रचंड को चीन का समर्थक माना जाता है.