भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि पिछले महीने 193 मौसम रिकॉर्डिंग स्टेशनों ने अत्यधिक भारी वर्षा (24 घंटे में 204.5 मिमी से अधिक) दर्ज की गई जबकि साल 2020 और 2021 में यह आंकड़ा क्रमशः 90 स्टेशनों और 121 स्टेशनों का था.
एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया है कि असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां नदियां उफान पर हैं और तीन जिलों में 5,35,246 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. उधर, ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार और प्रशासन दोनों ही चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, इसलिए आपदा प्रबंधन के लिए इंतज़ामम अपर्याप्त हैं.
बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफ़ान रेमल का असर मिज़ोरम, असम, मणिपुर और मेघालय जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में देखा जा रहा है, जहां विभिन्न हिस्सों से लोगों के हताहत होने की ख़बरें सामने आ रही हैं.
तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्सों में सोमवार सुबह से भारी बारिश जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य में अगले सात दिनों के लिए ‘भारी बारिश का अलर्ट’ जारी किया है. तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी और तेनकासी ज़िलों के सभी स्कूल, कॉलेजों और बैंकों में छुट्टी कर दी गई है.
उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश जारी है, जहां गुरुवार से अब तक कम से कम 93 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार में अब तक कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई है, जबकि लगातार बारिश ने सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है.
पुलिस ने बताया कि सोलन में नाहन-कुमारहट्टी सड़क पर स्थित एक इमारत रविवार शाम भारी बारिश के बाद गिर गई. इस घटना में 28 लोग घायल हुए हैं. एनडीआरएफ की टीम राहत एवं बचाव कार्य में लगी है.
यह हादसा पुणे के कोंढवा क्षेत्र में एक निर्माणाधीन इमारत के मजदूरों की टिन की झोपड़ियों पर गिरने से हुआ. मृतकों में बच्चे भी हैं. सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है.