2019 में बसपा के छह विधायकों के सत्तारूढ़ कांग्रेस में जाने के मामले की दो याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा स्पीकर समेत पूर्व बसपा विधायकों को नोटिस जारी किए हैं. इस मामले में हाईकोर्ट द्वारा दिए आदेश को बसपा और एक भाजपा विधायक ने शीर्ष अदालत में चुनौती दी है.
राजस्थान में बसपा के सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. इसे नगर निकाय और पंचायत चुनावों से पहले राज्य की अशोक गहलोत सरकार के लिए बड़ी राजनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है.
इस विलय के बाद संख्या बल के हिसाब से राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 106 विधायक, भाजपा के 72, माकपा, आरएलपी व बीटीपी के दो-दो विधायक हो गए हैं. इसके अलावा 13 विधायक निर्दलीय हैं जबकि दो सीटें खाली हैं.
मीडिया बोल की 78वीं कड़ी में उर्मिलेश वरिष्ठ पत्रकार क़ुर्बान अली और प्रोफेसर विवेक कुमार से पांच राज्यों के चुनाव नतीजों पर चर्चा कर रहे है.
राजस्थान विधानसभा चुनाव में डूंगरपुर ज़िले की चार में से दो सीटों पर भारतीय ट्राइबल पार्टी ने जीत हासिल की, वहीं भाजपा और कांग्रेस को सिर्फ़ एक-एक सीट मिल सकी.
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के 99 में से 25 विधायकों, भाजपा के 73 में से 12 विधायकों और बसपा के छह में से दो विधायकों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
कमलनाथ को हाथों में होगी मध्य प्रदेश की कमान. मध्य प्रदेश 18वें मुख्यमंत्री बनने वाले कमलनाथ 17 दिसंबर को लेंगे शपथ.
बिना चेहरा घोषित किए मैदान में उतरने और टिकट वितरण में खींचतान की वजह से कांग्रेस एकतरफा जीत से चूक गई, लेकिन पार्टी ने सरकार बनाने लायक बहुमत हासिल कर लिया है.
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की 15 साल बाद वापसी. राजस्थान में लगातार पांचवीं बार सरकार बदली, भाजपा को मिली हार. तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति और मिज़ोरम में मिज़ो नेशनल फ्रंट को बहुमत.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए 199 सीटों पर हुए मतदान के वोटों की गिनती हो रही है. शुरुआती रुझानों में कांग्रेस 99 सीटों पर आगे चल रही है.
भरतपुर ज़िले के डीग-कुम्हेर से कांग्रेस प्रत्याशी विश्वेंद्र सिंह ने ईवीएम से छेड़छाड़ और उसकी सुरक्षा को लेकर ढिलाही बरते जाने का आरोप लगाया था. शनिवार रात कांग्रेसियों और पुलिस ईवीएम को लेकर हुआ था विवाद. विश्वेंद्र सिंह के ख़िलाफ़ केस दर्ज.
राजस्थान के बारां ज़िले की किशनगंज विधानसभा क्षेत्र में हुई घटना. पुलिस ने ईवीएम को क़ब्ज़े में लेकर स्ट्रॉन्ग रूम में रखवाया.
राजस्थान में मतदान के दौरान कई जगहों पर ईवीएम ख़राब होने की सूचना. ईवीएम ख़राब होने के चलते केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल को साढ़े तीन घंटे तक मतदान के लिए इंतज़ार करना पड़ा.
पिछले पांच सालों में राजस्थान के विधायकों के वेतन-भत्तों पर 90.79 करोड़ रुपये ख़र्च किया गया है. वहीं पूर्व विधायकों को मिलने वाली पेंशन राशि लगभग तीन गुना बढ़ गया है.
ग्राउंड रिपोर्ट: राजस्थान के खदानों में काम करने वाले मज़दूर मुख्य रूप से सिलिकोसिस की चपेट में आते हैं, हर साल इससे होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है लेकिन इसके मरीज़ों को लेकर भाजपा और कांग्रेस चिंतित नहीं दिखतीं.