इस देश के गांवों में बसने वाले लोगों को साथ लेकर बदलाव की मुहिम शुरू करना और एक बदलाव को सामने ला देना एक बड़ी बात है. अरुणा रॉय ने यह कर दिखाया है.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और अखिल भारतीय किसान सभा के नेता अमरा राम राजस्थान की सीकर लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे हैं. उनका कहना है कि भारत ही नहीं पूरी दुनिया में धर्म और जाति की राजनीति चल रही है और इसका खामियाज़ा वो भुगत रहे हैं जो वंचितों की बात करना चाहते हैं.
कोटा जिले में अखिल भारतीय प्री-मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे झारखंड के 17 वर्षीय छात्र ने अपने कमरे में पंखा से फांसी लगा ली. पुलिस के अनुसार, यह इस साल छात्र आत्महत्या की 12वीं घटना है.
सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज के लोकनीति प्रोग्राम के तहत लोकसभा चुनाव के बाद किए गए सर्वे से पता चलता है कि हरियाणा में 61% से अधिक किसानों ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले 'इंडिया' गठबंधन को वोट दिया था.
बेंगलुरु के श्री अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टिट्यूशन में बीते 10 जून को 22 वर्षीय मेडिकल छात्र लोकेंद्र सिंह ढांडे ने आत्महत्या कर ली थी. उनके पिता का कहना है कि दलित होने के चलते उसका उत्पीड़न किया जाता था.
इस साल अब तक कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे किसी छात्र द्वारा की गई आत्महत्या का यह 11वां मामला है.
राजस्थान सरकार ने कई मसालों के नमूनों की जांच की थी और पाया गया कि एवरेस्ट मसाला मिश्रण का एक बैच और एमडीएच के दो मसाले असुरक्षित हैं. ये दोनों ब्रांड वैश्विक स्तर पर भी जांच का सामना कर रहे हैं.
उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में एबीवीपी सदस्यों का हिंदी के अध्यापक डॉ. हिमांशु पंड्या की कक्षा में जबरन घुसकर हंगामा और उन्हें अपमानित कर परिसर से बाहर जाने को मजबूर करने की घटना केवल यह बताती है कि शिक्षक किस हिंसक माहौल में काम कर रहे हैं.
लोकसभा चुनावों के नतीजे कांग्रेस के लिए संजीवनी साबित हुए हैं. पार्टी के प्रदर्शन में सर्वाधिक योगदान महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक, हरियाणा, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश ने दिया है. इन 6 राज्यों में पार्टी को 2019 की अपेक्षा 43 सीटें अधिक मिली हैं.
मई-जून में उत्तर भारत में पसरती भीषण गर्मी से चुनाव आयोग अनजान नहीं था, लेकिन उसने चुनाव को खींचकर इतना लंबा किया कि हज़ारों कार्मिकों की जान पर बन आई और उनके लिए यह चुनाव यातना शिविर में तब्दील हो गया.
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा के करीब एक चौथाई उम्मीदवार दूसरे दलों से आयात किए हुए थे. भाजपा की इस रणनीति से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई कार्यकर्ता नाराज़ थे.
केंद्र सरकार के डेटा के अनुसार, मार्च से मई तक पूरे देश में हीटस्ट्रोक से कम से कम 56 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें से 46 मौतें अकेले मई में हुई हैं.
अदालत ने सरकारों को फटकार लगाते हुए मौसमी मार झेल रहे लोगों की समस्या और जलवायु परिवर्तन को गंभीरता से लेने का आग्रह किया है.
शुक्रवार को भारत में गर्मी से संबंधित कम से कम 40 संभावित मौतें हुई हैं, जिनमें से 25 उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के लिए तैनात मतदान कर्मी हैं.
मध्य, पूर्वी और उत्तरी भारत में भीषण गर्मी के कारण कम से कम 54 लोगों की मौत हो गई, बिहार में सबसे अधिक32 लोगों की जान गई. शोधकर्ताओं का कहना है कि मानव-प्रेरित जलवायु परिवर्तन ने भारत में विनाशकारी गर्मी के प्रभाव को बढ़ाया है और इसे एक चेतावनी के रूप में लिया जाना चाहिए.