महाराष्ट्र के नागपुर में रामनवमी जुलूस के दौरान झंडा फाड़ने की अफवाह पर दो समूह आपस में भिड़ गए और एक-दूसरे पर पथराव किया. वहीं, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रामनवमी के दौरान झड़पों में पुलिसकर्मियों सहित 18 लोग घायल हो गए.
भाजपा ने आरोप लगाया है कि सासाराम के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को अल्पसंख्यकों को ‘खुश करने’ के लिए गिरफ़्तार किया गया है. बिहार के सासाराम और बिहार शरीफ़ में बीते 31 मार्च और 1 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी. बिहार शरीफ़ में हुईं झड़पों के दौरान एक 16 वर्षीय किशोर की मौत हो गई थी.
वीडियो: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के दिन हुई सांप्रदायिक हिंसा और फिर अतिक्रमण अभियान चलाए जाने के बाद यहां के मुस्लिम निवासियों ने पुलिस द्वारा उत्पीड़न और हिरासत के डर को लेकर द वायर से बातचीत की.
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा से जुड़ीं कई याचिकाओं की सुनवाई करते हुए अदालत ने कहा कि ऐसा लगता है कि इस मुद्दे को वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया है और अगर पुलिसकर्मियों की मिलीभगत थी, तो इसकी जांच करने की आवश्यकता है. अदालत ने पूछा कि पुलिस अधिकारी एक अवैध जुलूस को रोकने के बजाय उसके साथ क्यों चल रहे थे?
वीडियो: बीते दिनों दक्षिण दिल्ली के पार्षद केके शुक्ला ने जैतपुर का दौरा कर दावा किया कि इस क्षेत्र में बांग्लादेशी और रोहिंग्या रहते हैं और इस क्षेत्र से अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए. द वायर की टीम ने जैतपुर जाकर यह जानने के की कोशिश की कि क्या वहां रहने वाले रोहिंग्या हैं.
वीडियो: बीते कुछ हफ्तों में पूरे भारत में विशेष रूप से मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में सांप्रदायिक हिंसा के बाद दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में ही ऐसी ही घटना हुई. इन घटनाओं पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद का नज़रिया.
वीडियो: सांप्रदायिक हिंसा के बाद बीते 20 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया है. क्या उत्तर दिल्ली नगर निगम ने यहां के लोगों को तोड़फोड़ से पहले कोई नोटिस दिया था और वे क़ानूनी रूप से रह रहे थे या यह अतिक्रमण था? इन मुद्दों पर द वायर के याक़ूत अली की रिपोर्ट.
मुंबई के संगठन बेबाक कलेक्टिव ने हालिया सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के मद्देनज़र कहा कि इन्हें धार्मिक सहअस्तित्व की प्रथा को मिटानेकी कोशिशों के व्यापक पैटर्न के रूप में देखे जाने की ज़रूरत है. ये सांप्रदायिक दंगे आरएसएस और बजरंग दल जैसे दक्षिणपंथी संगठनों की सामाजिक नफ़रत का प्रमाण हैं.
वीडियो: उत्तरी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बीते 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर निकले जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी. इसके अगले दिन शाम तक पुलिस ने 22 लोगों को हिंसा के लिए गिरफ़्तार किया था और ये सभी मुसलमान हैं.
ईडी ने जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा मुख्य आरोपी बनाए गए मोहम्मद अंसार समेत विभिन्न संदिग्धों के ख़िलाफ़ मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला दर्ज किया है. पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि अंसार के कई बैंक खातों में रुपये हैं और उसके पास कई संपत्तियां भी हैं, जिन्हें कथित तौर पर जुए की रकम से ख़रीदा गया है.
वीडियो: भारत की राजधानी नई दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बीते 16 अप्रैल को निकले हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हो गई थी. हिंसा के बाद द वायर के याकूत अली ने इस इलाके का दौरा कर प्रभावित लोगों से बातचीत की.
भाजपा के दिल्ली प्रभारी और उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा ने कहा है कि नई दिल्ली में रह रहे ‘अवैध प्रवासियों’ को उनके हाव-भाव से पहचाना जा सकता है और वे ‘डॉन की तरह कपड़े’ पहनते हैं. उन्होंने कहा कि हमने स्वीडन, हॉलैंड और बेल्जियम आदि में देखा है, जहां प्रवासी समुदायों ने ‘नो गो ज़ोन’ बना रखे हैं, जहां लोग यहां तक कि पुलिस भी जाने से डरती है. ऐसा लगता है कि अवैध प्रवासियों ने दिल्ली में भी ऐसा ही
वीडियो: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में सांप्रदायिक हिंसा के बाद भाजपा शासित नगर निगम द्वारा बीते 20 अप्रैल अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी यह अभियान कई घंटों तक चलता रहा, जिस पर अदालत ने संज्ञान भी लिया है. बुलडोज़र और विध्वंस की राजनीति पर अधिवक्ता शमशाद और द वायर की रिपोर्टर सुमेधा पाल से आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
वीडियो: देश के विभिन्न राज्यों में रामनवमी और हनुमान जयंती पर हिंसा के बाद सांप्रदायिक घटनाओं का सिलसिला देखने को मिल रहा है. इन घटनाओं पर द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.
वीडियो: दिल्ली के हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी इलाके में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत कथित अवैध निर्माणों को तोड़ दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह तोड़फोड़ की कार्रवाई का संज्ञान लेगा, जो निगम को हमारे के आदेश से अवगत कराए जाने के बाद भी जारी रही थी.