राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले आडवाणी उद्घाटन समारोह में नहीं पहुंचे, ठंड का हवाला दिया

आडवाणी ने 1990 के दशक में राम जन्मभूमि आंदोलन का नेतृत्व किया था और उनकी रथयात्रा 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद के विध्वंस के साथ समाप्त हुई थी. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कथित तौर पर उन्हें और उनके सहयोगी मुरली मनोहर जोशी को 22 जनवरी के समारोह में शामिल नहीं होने के लिए कहा था. हालांकि बाद में उन्हें आमंत्रित कर दिया गया था.

बार एसोसिएशन का सीजेआई से अनुरोध- 22 जनवरी को अनुपस्थिति रहने पर कोई प्रतिकूल आदेश न दें

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखते हुए कहा है कि आप निस्संदेह इस उत्सव के महत्व से अवगत हैं, हम विशेष रूप से अनुरोध कर रहे हैं कि किसी भी मामले में किसी भी वकील या वादी की अनुपस्थिति के कारण कोई प्रतिकूल आदेश पारित न किया जाए.

प्रधानमंत्री द्वारा राम मंदिर का उद्घाटन धार्मिक भावनाओं का घोर दुरुपयोग है: सीताराम येचुरी

माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि राम मंदिर का उद्घाटन धर्म के खुले राजनीतिकरण का प्रतिनिधित्व करता है, जो संविधान के सिद्धांतों के विपरीत है. इसका मुक़ाबला करने की रणनीति धर्मनिरपेक्षता का सख़्ती से पालन करना है. आप नरम हिंदुत्व या नरम भगवा दृष्टिकोण बनकर धार्मिक कट्टरवाद का मुक़ाबला नहीं कर सकते.