संविधान दिवस: अगर देश आरएसएस के मुताबिक़ चलता रहा तो हमारा संवैधानिक ढांचा क्या रहेगा?

आंबेडकर का कहना था कि हिंदू राज इस देश के लिए सबसे बड़ी आपदा होगी क्योंकि हिंदू राष्ट्र का सपना आज़ादी, बराबरी और भाईचारे के ख़िलाफ़ है, और यह लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों से मेल नहीं खाता.

पश्चिम बंगाल: जादू-टोने के शक में दो आदिवासी महिलाओं की निर्वस्त्र कर पीट-पीट कर हत्या

घटना बीरभूम ज़िले की है, जहां हरिसारा गांव में दो महिलाओं पर जादू-टोने का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने उन्हें निर्वस्त्र करके लाठियों से तब तक पीटा जब तक कि उन्होंने दम नहीं तोड़ दिया और शवों को नहर में फेंक दिया. मामले में पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है.

जम्मू कश्मीर: सीबीआई ने रिश्वत संबंधी आरोपों को लेकर सत्यपाल मलिक से पूछताछ की

बीते वर्ष अक्टूबर में जम्मू कश्मीर और मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाए थे कि उन्हें जम्मू कश्मीर का राज्यपाल रहने के दौरान दो फाइलों को मंज़ूरी देने के बदले 300 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी. इस संबंध में बीते अप्रैल माह में सीबीआई ने दो मामले दर्ज किए थे.

संविधान और धार्मिक स्वतंत्रता की आड़ में धार्मिक कट्टरता बढ़ रही है: आरएसएस

अहमदाबाद में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक में प्रस्तुत की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में विभाजनकारी तत्वों के बढ़ने की चुनौती भी ख़तरनाक है. हिंदू समाज में ही विभिन्न विभाजनकारी प्रवृत्तियों को उभारकर समाज को कमज़ोर करने का प्रयास किया जा रहा है.

कांग्रेस में असहमति के बीच दिग्विजय सिंह ने अमित शाह की तारीफ़ की

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भोपाल में अपनी किताब ‘नर्मदा की पथिक’ के विमोचन के मौके पर कहा कि 2017 के चुनाव के दौरान जब वे महाराष्ट्र से गुजरात की यात्रा कर रहे थे तो रात के समय गुजरात के जंगल में फंस गए थे. इस दौरान एक अधिकारी को भेजकर अमित शाह ने उनकी मदद की थी. उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक समन्वय, सामंजस्य और मित्रता का एक उदाहरण है, जिसका राजनीति और विचारधारा से कोई लेना-देना