संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मसौदा प्रस्ताव में म्यांमार में तत्काल हिंसा खत्म करने और देश की प्रमुख नेता आंग सान सू ची समेत अन्य राजनीतिक क़ैदियों को रिहा करने का अनुरोध किया गया है. भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत का मानना है कि म्यांमार की जटिल स्थिति के संबंध में शांत और धैर्यपूर्ण कूटनीति का दृष्टिकोण अपनाने की ज़रूरत है.
माकपा नेता मोहम्मद सलीम की शिकायत पर अभिनेता और भाजपा के पूर्व सांसद परेश रावल के ख़िलाफ़ कोलकाता पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. उन्होंने दावा किया कि रावल ने बांग्लादेशियों, रोहिंग्या, बंगाली और मछली से गैस सिलेंडर को जोड़कर बंगालियों का अप्रिय संदर्भ दिया था.
माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने शिकायत में कहा है कि अभिनेता परेश रावल ऐसा भाषण दे रहे हैं, जो बंगाली समुदाय के ख़िलाफ़ नफ़रत की भावना को भड़का सकता है. इस बीच रावल ने अपने बयान के लिए माफ़ी मांग ली है.
अगस्त में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के दिल्ली के रोहिंग्याओं को ईडब्ल्यूएस फ्लैट देने के बयान का खंडन करते हुए गृह मंत्रालय ने कहा था कि ऐसे कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं और दिल्ली सरकार को उनके ठहरने के वर्तमान स्थल को डिटेंशन केंद्र घोषित करने का निर्देश दिया गया है.
बुधवार सुबह केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक ट्वीट में कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों को बाहरी दिल्ली के ईडब्ल्यूएस फ्लैट में भेजा जाएगा, साथ ही यूएनएचसीआर कार्ड और पुलिस सुरक्षा दी जाएगी. कुछ ही घंटों बाद गृह मंत्रालय ने इसका खंडन करते हुए कहा कि ऐसे कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं.
आईसीजे ने म्यांमार के इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस आईसीजे के इस निर्णय के साथ ही पश्चिम अफ्रीका के मुस्लिम बहुल देश गाम्बिया की ओर से म्यांमार के शासकों के ख़िलाफ़ रोहिंग्या समुदाय के लोगों के नरसंहार के आरोपों की सुनवाई आगे जारी रहेगी. साल 2019 में गाम्बिया ने विश्व अदालत में मामला दायर कर आरोप लगाया था कि म्यांमार नरसंहार संधि का उल्लंघन कर रहा है.
हरियाणा के मानेसर में हुई इस पंचायत में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों सहित 200 से अधिक लोगों ने भाग लिया. इन लोगों ने आरोप लगाया कि इलाके में मुसलमानों द्वारा संचालित जूस की कई दुकानों और सैलून के नाम साज़िश के तहत ‘हिंदू नाम और हिंदू देवताओं के नाम’ पर रखे गए है. उनकी दुकानें व्यापार या रोज़गार के लिए नहीं, जिहाद का हिस्सा हैं.
यूपी, मध्य प्रदेश, गुजरात और अब दिल्ली में बुलडोज़र का इस्तेमाल रोज़ाना की उत्तेजना बनाए रखने के लिए किया जा रहा है. हिंदुओं में मुसलमानों को उजड़ते देख, रोते, बदहवास देखने की हिंसक कामना जगाई जा रही है. अब भाजपा, मीडिया, पुलिस और प्रशासन में कोई फ़र्क़ नहीं रह गया है. एक रास्ता दिखा रहा है, एक बुलडोज़र का क़ानून बता रहा है, एक हथियार के साथ उसे घेरा देकर चल रहा है, तो एक ललकार रहा है.
वीडियो: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के दिन हुई सांप्रदायिक हिंसा और फिर अतिक्रमण अभियान चलाए जाने के बाद यहां के मुस्लिम निवासियों ने पुलिस द्वारा उत्पीड़न और हिरासत के डर को लेकर द वायर से बातचीत की.
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा से जुड़ीं कई याचिकाओं की सुनवाई करते हुए अदालत ने कहा कि ऐसा लगता है कि इस मुद्दे को वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया है और अगर पुलिसकर्मियों की मिलीभगत थी, तो इसकी जांच करने की आवश्यकता है. अदालत ने पूछा कि पुलिस अधिकारी एक अवैध जुलूस को रोकने के बजाय उसके साथ क्यों चल रहे थे?
वीडियो: बीते दिनों दक्षिण दिल्ली के पार्षद केके शुक्ला ने जैतपुर का दौरा कर दावा किया कि इस क्षेत्र में बांग्लादेशी और रोहिंग्या रहते हैं और इस क्षेत्र से अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए. द वायर की टीम ने जैतपुर जाकर यह जानने के की कोशिश की कि क्या वहां रहने वाले रोहिंग्या हैं.
वीडियो: बीते कुछ हफ्तों में पूरे भारत में विशेष रूप से मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में सांप्रदायिक हिंसा के बाद दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में ही ऐसी ही घटना हुई. इन घटनाओं पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद का नज़रिया.
वीडियो: सांप्रदायिक हिंसा के बाद बीते 20 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया है. क्या उत्तर दिल्ली नगर निगम ने यहां के लोगों को तोड़फोड़ से पहले कोई नोटिस दिया था और वे क़ानूनी रूप से रह रहे थे या यह अतिक्रमण था? इन मुद्दों पर द वायर के याक़ूत अली की रिपोर्ट.
वीडियो: उत्तरी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बीते 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर निकले जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी. इसके अगले दिन शाम तक पुलिस ने 22 लोगों को हिंसा के लिए गिरफ़्तार किया था और ये सभी मुसलमान हैं.
ईडी ने जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा मुख्य आरोपी बनाए गए मोहम्मद अंसार समेत विभिन्न संदिग्धों के ख़िलाफ़ मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला दर्ज किया है. पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि अंसार के कई बैंक खातों में रुपये हैं और उसके पास कई संपत्तियां भी हैं, जिन्हें कथित तौर पर जुए की रकम से ख़रीदा गया है.