दरभंगा लोकसभा क्षेत्र और निकटवर्ती लोकसभा सीटों- झंझारपुर, मधुबनी और समस्तीपुर- यानी मिथिलांचल में 55 पिछड़ी एवं अत्यंत पिछड़ी जातियों के मतदाता जिन्हें ‘पचपनिया’ कहा जाता है, की भूमिका निर्णायक मानी जाती है. पिछले चुनाव में एनडीए की जीत में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान बताया जाता है.
बिहार के समस्तीपुर स्थित सरकारी सदर अस्पताल का मामला. अस्पताल के एक कर्मचारी ने कथित तौर पर बेटे के शव को देने के लिए उनके बुज़ुर्ग माता-पिता से 50,000 रुपये मांगे थे. अस्पताल प्रशासन ने कहा कि ज़िम्मेदार पाए जाने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा हुआ है. हालांकि कथित तौर ज़हरीली शराब से लोगों की मौत की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं. पिछले साल दिवाली के समय ऐसी ही एक अन्य घटना में चार ज़िलों में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.
फैक्ट चेक: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले की घटनाओं के बाद से त्रिपुरा में बीते कुछ दिनों से मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाकर हिंसा के मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच भगवा झंडा लिए लोगों के समूह में शामिल जय श्री राम का नारा लगा रहे एक पुलिसकर्मी के वीडियो को सोशल मीडिया पर साझाकर यह अफ़वाह उड़ाई जा रही है कि त्रिपुरा पुलिस मुस्लिमों को निशाना बनाने के लिए हिंदुओं की भीड़ की मदद कर रही है. हालांकि
मामला बिहार के समस्तीपुर ज़िले का है. एंबुलेंसकर्मियों का कहना है कि हसनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की एंबुलेंस ने बीते नौ जुलाई को मरीज़ ले जाते समय पुलिस की गाड़ी को ओवरटेक कर दिया था तो पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस रोककर उनके साथ मारपीट की थी.
रामनवमी के बाद बिहार के विभिन्न ज़िलों में फैली सांप्रदायिक हिंसा के एक महीने बाद इन इलाकों में हिंदू-मुस्लिमों के बीच किसी तरह का मनमुटाव या दुर्भावना नहीं दिखती.
समस्तीपुर ज़िले के विद्यापतिनगर थानाक्षेत्र के एक गांव में बदले की भावना के चलते दिया गया घटना को अंजाम. मामले के दोनों आरोपी फरार.