पुस्तक अंश: कनॉट प्लेस का मशहूर कॉफी हाउस 27 दिसंबर 1957 को पुराने कॉफी हाउस के हड़ताल पर बैठे कामगारों को राममनोहर लोहिया द्वारा प्रेरित किए जाने के बाद टेंट में शुरू हुआ था. तब यह दिल्ली का सबसे बड़ा राजनीतिक वैचारिक मुठभेड़ों का अड्डा हुआ करता था.
जनतंत्र को अपने ठेंगे पर रखे घूम रहे लठैतों के इस दौर में 46 साल पहले के आपातकाल के 633 दिनों पर खूब हायतौबा मचाइए, मगर पिछले 2,555 दिनों से भारतमाता की छाती पर चलाई जा रही अघोषित आपातकाल की चक्की के पाटों को नज़रअंदाज़ मत करिए.
आपातकाल के 44 साल बाद इन सेंसर-आदेशों को पढ़ने पर उस डरावने माहौल का अंदाज़ा लगता है जिसमें पत्रकारों को काम करना पड़ा था, अख़बारों पर कैसा अंकुश था और कैसी-कैसी ख़बरें रोकी जाती थीं.
साक्षात्कार: विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं और पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत से अवधेश आकोदिया की बातचीत.
कांग्रेस में कई लोगों का मानना है कि अगर राजस्थान में कांग्रेस को विजय हासिल होती है, तब मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में अशोक गहलोत राहुल गांधी की पहली पसंद होंगे.
आपातकाल कोई आकस्मिक घटना नहीं बल्कि सत्ता के अतिकेंद्रीकरण, निरंकुशता, व्यक्ति-पूजा और चाटुकारिता की निरंतर बढ़ती गई प्रवृत्ति का ही परिणाम थी. आज फिर वैसा ही नज़ारा दिख रहा है. सारे अहम फ़ैसले संसदीय दल तो क्या, केंद्रीय मंत्रिपरिषद की भी आम राय से नहीं किए जाते, सिर्फ़ और सिर्फ़ प्रधानमंत्री कार्यालय और प्रधानमंत्री की चलती है.
भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने पर इतिहासकार रामचंद्र गुहा को ईमेल से धमकी दी गई है. धमकी में कहा गया है कि दुनिया बदलने के लिए नरेंद्र मोदी और अमित शाह को भगवान महाकाल ने चुना है.
उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मी चरम पर है लेकिन सुल्तानपुर के सांसद और भाजपा के स्टार प्रचारक वरुण गांधी गायब हैं.