बीते कुछ महीनों में ऐसे छोटे-बड़े क़रीब दर्जनभर ठग सामने आए हैं जो पीएमओ या गृह मंत्रालय के नाम पर चूना लगा रहे हैं. यह कुछ नेताओं के इर्द-गिर्द केंद्रित कामकाज की अपारदर्शी शैली का नतीजा है, जिसने सत्ता के धंधेबाजों की तरह-तरह की प्रजातियों के पनपने के लिए मुफ़ीद माहौल तैयार किया है.
पुणे पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किए गए व्यक्ति की पहचान 54 वर्षीय वासुदेव निवरुत्ति तायड़े के रूप में की गई है. तायड़े की गिरफ़्तारी के साथ लगभग तीन महीने के दौरान ऐसे तीसरे व्यक्ति को पकड़ा गया है, जो ख़ुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में तैनात होने का दावा करते हुए लोगों को ठगते थे.
वीडियो: हाल में पकड़ा गया ठग संजय राय शेरपुरिया प्रधानमंत्री सहित भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं के साथ उठता बैठता है. कई डमी और फ़र्जी कंपनियों का जाल चलाता है. देश के प्रतिष्ठित बैंकों से करोड़ों रुपये की उधारी लिए बैठा है. यह सारे काम वह कई साल से कर रहा है तो क्या वह महज ठग होने का अपराधी हो सकता है.
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उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाल ही में एक व्यवसायी संजय प्रकाश राय ‘शेरपुरिया’ को गिरफ़्तार किया था, जो प्रधानमंत्री कार्यालय से अपने जुड़ाव का हवाला देते हुए लोगों से ठगी करता था. अब सामने आया है कि उसने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले जम्मू कश्मीर के मौजूदा उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को 25 लाख रुपये उधार दिए थे.
लखनऊ से गिरफ़्तार किए गए संजय राय 'शेरपुरिया' नाम के व्यक्ति पर प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़ाव बताते हुए कई लोगों और संगठनों से पैसे लेने का आरोप है. इससे पहले मार्च में जम्मू कश्मीर पुलिस ने पीएमओ अधिकारी बताकर कई बार कश्मीर का दौरा करने वाले गुजरात के ठग किरण पटेल को गिरफ़्तार किया था.