युवती ने अदालत में दाख़िल अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि वह आठ फरवरी को प्रतापगढ़ ज़िले के अंतू थाने के तत्कालीन एसएचओ प्रवीण कुशवाहा से मिली थीं और उनके साथ हुए बलात्कार को लेकर एफ़आईआर दर्ज करने की अपील की थी, लेकिन एसएचओ ने उन्हें धक्का मारा और जातिसूचक अपशब्द कहते हुए वहां से भगा दिया था.
पुलिस ने बताया कि गया के देल्हा थाने के एसएचओ एक 23 वर्षीय महिला द्वारा पांच लोगों पर लगाए गए गैंगरेप के आरोपों की जांच कर रहे थे. पीड़िता का आरोप है कि जब भी उन्होंने पुलिसकर्मी से उनके मामले की जांच की प्रगति के बारे में पूछा तो पुलिसकर्मी ने यौन संबंध बनाने की मांग की.
दिल्ली महिला आयोग ने मीडिया में आई ख़बरों के आधार पर राष्ट्रीय राजधानी के 178 थानों में से एक भी जगह महिला प्रभारी न होने की बात पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है. आयोग ने कहा कि पुलिस बल में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के नियम हैं, इसके बावजूद उनकी भागीदारी कम है.