नमाज़ में दक्षिणपंथी समूहों के बाधा डालने की निंदा होनी चाहिए: गुड़गांव मुस्लिम काउंसिल

गुड़गांव मुस्लिम काउंसिल ने कहा कि दो दशकों से अधिक समय से खुले स्थानों पर जुमे की नमाज़ अदा की जा रही है, क्योंकि समुदाय के पास पर्याप्त संख्या में मस्जिद नहीं हैं. मई 2018 के बाद शहर में पहली बार नमाज़ बाधित होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद से मुसलमानों को प्रताड़ित करने के कई प्रयास हुए हैं.

गुड़गांव: गुरुद्वारों में नहीं पढ़ी गई नमाज़, हिंदू संगठन ने बांटीं किताबें

गुड़गांव में सिख समुदाय के कुछ सदस्यों ने गुरुद्वारों में नमाज़ पढ़ने की अनुमति देने के धर्मस्थल प्रबंधन समिति के निर्णय का विरोध किया. गुड़गांव मुस्लिम काउंसिल के सदस्य अल्ताफ़ अहमद ने कहा कि गुरुपर्व के चलते इस बार किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए वहां न जाने का फ़ैसला किया गया था, अगले सप्ताह इस बारे में अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

गुड़गांव: दक्षिणपंथी समूहों के विरोध के बीच नमाज़ के लिए अपने परिसर देगी गुरुद्वारा कमेटी

गुड़गांव में पिछले कुछ महीनों से दक्षिणपंथी समूह खुले में नमाज़ का विरोध कर रहे हैं. गुरुद्वारा कमेटी साथ ही अक्षय यादव नाम के एक दुकान मालिक ने भी नमाज़ के लिए अपना ख़ाली परिसर देने की पेशकश की है.

गुड़गांव: नमाज़ स्थल पर पूजा के लिए हिंदुत्ववादी समूह ने कपिल मिश्रा, नरसिंहानंद को बुलावा भेजा

गुड़गांव में पिछले कुछ महीनों से दक्षिणपंथी समूह खुले में नमाज़ का विरोध कर रहे हैं. प्रशासन ने बीते तीन नवंबर को 37 निर्धारित स्थलों में से आठ स्थानों पर नमाज़ अदा करने की अनुमति रद्द कर दी है. इस बीच संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति ने सेक्टर-12ए में उस स्थान पर गोवर्धन पूजा का आयोजन किया है, जहां पिछले कुछ दिनों से नमाज़ करने का विरोध किया जा रहा है.

गुड़गांव: हिंदुत्ववादी संगठनों के विरोध के बाद आठ स्थानों पर नमाज़ अदा करने की अनुमति रद्द

तीन साल पहले हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा विरोध के बाद गुड़गांव ज़िला प्रशासन ने शहर में 37 स्थानों को चिह्नित किया था, जहां पर मुस्लिमों को जुमे की नमाज़ पढ़ने की अनुमति दी गई थी. साल 2018 में गुड़गांव में भी खुले में नमाज़ अदा कर रहे मुस्लिमों पर लगातार हमले हुए थे.

गुड़गांवः खुले में नमाज़ के विरोध में लगातार छठे हफ़्ते प्रदर्शन, तीस हिरासत में

हरियाणा के गुड़गांव के सेक्टर-12 में मुस्लिम समुदाय द्वारा खुले में पढ़ी जा रही जुमे की नमाज़ के विरोध में भारी पुलिसबल की मौजूदगी के बीच प्रदर्शनकारियों, जिनमें अधिकतर हिंदुत्ववादी संगठनों के सदस्य थे, ने जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों ने शहर में निर्धारित स्थानों पर खुले में नमाज़ की अनुमति देने पर प्रशासन के ख़िलाफ़ भी नारेबाज़ी की.