प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित लोगों में से सिर्फ़ 22 प्रतिशत को ही नौकरी मिली

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को पहली बार साल 2015 में सरकार द्वारा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत पेश किया गया था, जिसका उद्देश्य युवाओं को कौशल प्रशिक्षण लेने के लिए प्रेरित करना था.