पहलवानों के हालिया आंदोलन में न केवल कुश्ती बल्कि भारतीय खेल संस्कृति के भविष्य को मोड़ने की ताक़त है. हालांकि, आंदोलन की क़रीबी पड़ताल करें तो एक तरफ़ ये आंदोलन राज्य की पितृसत्ता का विरोध कर रहा है, लेकिन साथ ही जातिगत पितृसत्ता के साथ खड़ा मिलता है.
खेल मंत्री ने कहा कि खेल संस्थाओं के लोग इतना नीचे गिर गए हैं कि वे महिला खिलाड़ियों के साथ अनैतिक कृत्य कर रहे हैं. ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ जल्द केस दर्ज कराने की बात कही.