प्रमोद सावंत ने कोंकणी भाषा में शपथ ग्रहण की. राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में यह उनका दूसरा कार्यकाल है. वह मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद पहली बार मार्च 2019 में मुख्यमंत्री बने थे. हाल में हुए चुनाव में भाजपा ने 20 सीट पर जीत हासिल की, जो 40 सदस्यीय सदन में बहुमत से एक कम है. तीन निर्दलीय विधायकों और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के दो विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया है.
गोवा विधानसभा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले माइकल लोबो को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंत्रिमंडल में बदलाव के लिए सहयोगी दल गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के तीन सदस्यों और एक निर्दलीय सदस्य को मंत्री पद से हटा दिया.
गोवा विधानसभा चुनाव में 16 विधायकों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. हालांकि, निर्दलीय विधायकों के समर्थन से 14 सीटें जीतने वाली भाजपा दिवंगत भाजपा नेता मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाने में सफल हो गई थी. अब राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या पांच पर सिमट गई है.
गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 16 से घटकर 14 हो गई है. अब तक विधानसभा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी थी. दयानंद शिरोडकर ने दावा किया कि अभी और दो-तीन कांग्रेस विधायक भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं.