प्रदर्शनकारी पहलवानों का आरोप है कि भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पॉक्सो समेत दो एफ़आईआर दर्ज होने के बाद भी दिल्ली पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं है क्योंकि न तो सिंह और न ही यौन उत्पीड़न की शिकायत करने वाली महिलाओं को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
वीडियो: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं. उनके ख़िलाफ़ दो एफआईआर भी दर्ज हो चुकी हैं, पर गिरफ़्तारी नहीं हुई है. आज ख़ुद को निर्दोष बता रहे बृजभूषण का आपराधिक अतीत अलग ही कहानी कहता है.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने उर्दू दैनिक आफ़ाक़ के संपादक ग़ुलाम जिलानी क़ादरी को सोमवार देर रात गिरफ़्तार किया था. मंगलवार को उन्हें ज़मानत देते हुए स्थानीय अदालत ने पुलिस को फटकारते हुए कहा कि अगर क़ादरी 'घोषित अपराधी' थे तो दो बार उनका पासपोर्ट वेरीफिकेशन कैसे हुआ.
श्रीनगर से निकलने वाले उर्दू दैनिक आफ़ाक़ के संपादक और मालिक ग़ुलाम जिलानी क़ादरी को सोमवार देर रात उनके घर से गिरफ़्तार किया गया. पुलिस का कहना है कि 1992 में हुए एक मामले के संबंध में टाडा कोर्ट के समन पर ऐसा किया गया, वहीं क़ादरी के परिजनों का कहना है कि इसका उद्देश्य उन्हें प्रताड़ित करना है.
इन 11 लोगों को बाबरी मस्जिद गिराए जाने का बदला लेने की साज़िश रचने और आतंकी प्रशिक्षण हासिल करने के लिए वर्ष 1994 में टाडा कानून के तहत गिरफ़्तार किया गया था.
मुंबई में 12 मार्च, 1993 को 12 स्थानों पर बम विस्फोट हुए थे जिनमे 257 व्यक्ति मारे गए थे और 718 अन्य जख़्मी हो गए थे.