शंभु बॉर्डर पर 8 दिसंबर को एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए जब हरियाणा पुलिस ने 'दिल्ली चलो' मार्च कर रहे किसानों के जत्थे पर आंसू गैस के गोले छोड़े. किसान एमएसपी की गारंटी समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
पंजाब-हरियाणा सीमा स्थित शंभू बैरियर का दृश्य 2020 में दिल्ली की सीमाओं पर हुए किसान आंदोलन की सटीक पुनरावृत्ति है. किसानों ने कहा कि पिछले आंदोलन के समय हमें एमएसपी पर क़ानून बनाने का आश्वासन दिया था, तो केंद्र सरकार क़रीब तीन साल तक क्यों बैठी रही. मोदी सरकार निश्चित रूप से अपने अहंकार के चरम पर है.
इंडोनेशिया में इंडोनेशियाई प्रीमियर लीग के एक मैच में अपनी टीम की हार के बाद स्थानीय प्रशंसक मैदान के अंदर घुस गए, जिन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़े गए. इससे भगदड़ मच गई और निकासी द्वार से बाहर निकलने के प्रयास में दम घुटने और कुचलने से लोगों की मौत हो गई.