आरोप है कि तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और मल्काजगिरि से लोकसभा सांसद ए. रेवंत रेड्डी ने ज़मीन की ई-नीलामी में 1,000 करोड़ रुपये की अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए सोमवार को धरना करने का निर्णय लिया था, लेकिन इससे पहले ही उन्हें घरों में नज़रबंद कर दिया गया. रेड्डी ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर विशेषाधिकार उल्लंघन का मामला उठाया है.
विधायकों को ख़रीदने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया. स्पीकर ने 12 विधायकों के अनुरोध को मानते हुए उनके टीआरएस में विलय को मान्यता दी.