सरकार द्वारा जारी एक आंकड़े के अनुसार देश के 12 राज्यों के करीब 53 हज़ार से ज़्यादा लोग मैला ढोने के काम में लगे हुए हैं.
गुजरात के मेहसाणा जिले में भी मोजड़ी पहनने के चलते राजपूत समुदाय के लोगों ने एक दलित नाबालिग की पिटाई कर दी.
जन गण मन की बात की 258वीं कड़ी में विनोद दुआ अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के अमेरिकी टीवी शो क्वांटिको पर हुए विवाद और शेफ अतुल कोचर की टिप्पणी पर चर्चा कर रहे हैं.
संयुक्त सचिव स्तर के दस पेशेवर लोगों को सरकार में शामिल करने का ख़्याल सरकार के आख़िरी साल में क्यों आया जबकि इस तरह के सुझाव पहले की कई कमेटियों की रिपोर्ट में दर्ज हैं.
भाजपा विधायक पन्नालाल शाक्य ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ महिलाएं इस तरह के नेताओं को जन्म देती हैं जो समाज में विकृति पैदा करते हैं.
गया जिले के कोच में 20 लुटेरों के दल ने एक डॉक्टर के परिवार को रास्ते में रोककर उनकी पत्नी और बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया.
अदालत ने एक मामले की सुनवाई के दौरान स्पष्ट किया कि पोक्सो क़ानून की जानकारी न होने से युवाओं का जीवन ख़राब हो रहा है. इससे लोगों को अवगत कराना ज़रूरी है.
जन गण मन की बात की 257वीं कड़ी में विनोद दुआ भारतीय जनता पार्टी में कोषाध्यक्ष से जुड़े विवाद और बैड बैंक पर चर्चा कर रहे हैं.
किश्तवाड़ ज़िले में सड़क का एक हिस्सा सेना का वैकल्पिक मार्ग है. पुलिस ने छह लोगों को गिरफ़्तार किया है. पुलिस ने बताया कि एनएच 244 मार्ग के 64 किमी. हिस्से को इस तरह तबाह कर दिया कि वह सड़क की बजाय पानी की नहर प्रतीत हो रही है.
हम भी भारत की 38वीं कड़ी में आरफ़ा ख़ानम शेरवानी मोदी सरकार द्वारा संयुक्त सचिव स्तर के दस पदों के लिए बिना लोकसेवा आयोग की परीक्षा के नियुक्तियों के आवेदन आमंत्रित करने पर पूर्व आईएएस अधिकारी सुंदर बुर्रा और हार्ड न्यूज़ पत्रिका के संपादक संजय कपूर से चर्चा कर रही हैं.
दम घुटने से मौत होने की आशंका. तीनों मज़दूरों में से दो सगे भाई थे. स्थानीय लोगों ने करंट लगने से मौत होने का आरोप लगाया.
कांग्रेस की सौम्या रेड्डी ने भाजपा के बीएन प्रहलाद को करीब चार हज़ार मतों से हराया. जीत के बाद कांग्रेस विधायकों की संख्या 80 हुई.
राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी का कहना है कि इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों में नैतिकता पैदा होगी.
भाजपा सरकार सामाजिक संगठनों को ज़मीन आवंटित करने के लिए इतनी उतावली है कि स्वायत्त शासन व नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी कह रहे हैं कि चाहे मुझे जेल ही क्यों न जाना पड़े, लेकिन सामाजिक संस्थाओं को रियायती दर पर ज़मीनें आवंटित की जाएंगी.
अनेक ‘शुभचिंतक’ दलों के बावजूद भेदभावों के ख़िलाफ़ दलितों की लड़ाई अभी लंबी ही है. ये ‘शुभचिंतक’ दल दलितों के वोट तो पाना चाहते हैं लेकिन उन पर हो रहे अत्याचारों के लिए जोखिम उठाने को तैयार नहीं हैं.