शिक्षा मंत्रालय की एक रिपोर्ट बताती है कि हरियाणा के 81 स्कूलों में 178 शिक्षक नियुक्त होने के बावजूद कोई छात्र नहीं है. इसके अतिरिक्त, 867 स्कूलों का संचालन एक शिक्षक द्वारा किया जा रहा है.
यह वाकई मुश्किल समय है. कहीं एक पत्रकार मारा जा रहा है, कहीं एक सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक को जेल में डाला जा रहा है, कहीं एक पत्रकार बरसों से जेल में सड़ रहा है.
बॉम्बे हाईकोर्ट एक यौन उत्पीड़न मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि किसी लड़की या पीड़िता का सिर्फ़ एक बार पीछा करना पीछा करना (stalking) नहीं माना जाएगा. यह फ़ैसला उन दो लड़कों को बरी करते हुए दिया, जिन्हें एक नाबालिग का पीछा करने के लिए दोषी ठहराया गया था.
बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर 2 जनवरी से प्रशांत किशोर पटना में आमरण अनशन शुरू किया था. ज़िला प्रशासन ने कहा कि गांधी मैदान में किशोर का धरना 'अवैध' था क्योंकि यह स्थल प्रतिबंधित है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा के 10 किलोमीटर के भीतर रहने वाले लोगों की आवाजाही विनियमित करने के नए निर्देशों के बाद से ही म्यांमार के चिन राज्य के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों नागरिक पास लेने के लिए ज़ोखावथर में भारत-म्यांमार मैत्री पुल के पास इकट्ठा हो रहे हैं, जिससे अराजकता की स्थिति उपज रही है.
मध्य प्रदेश में रानी दुर्गावती टाइगर रिज़र्व और उसके आसपास के क्षेत्रों- दमोह, नरसिंहपुर और सागर की 52 ग्राम सभाओं का आरोप है कि सितंबर 2023 में रिज़र्व को अधिसूचित किए जाने के बाद उनके वन अधिकार दावों को अस्वीकार किए गए और ग्रामीणों को जबरन वहां से हटने के लिए मजबूर किया गया.
छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने अगस्त 2024 में द वायर हिंदी पर 'बस्तर के पत्रकारों की आंध्र प्रदेश में गिरफ़्तारी' पर उनकी रिपोर्ट प्रकाशित होने के अगले दिन कहा था कि राज्य के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस ख़बर पर आपत्ति जताई थी.
नंद किशोर गुर्जर ने गाजियाबाद में संवाददाताओं से कहा कि उनकी सरकार में प्रतिदिन 50,000 गायें काटी जा रही हैं. अधिकारी गायों के कल्याण के लिए आए पैसे को खा रहे हैं. हर जगह लूट मची है और इस सबके मुखिया मुख्य सचिव हैं. ये मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचना चाहिए.
बस्तर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की मौत को उनके द्वारा पिछले दिनों की गई एक रिपोर्ट से जोड़ा जा रहा है. इस हत्या को लेकर प्रेस संगठनों ने पत्रकारों के लिए सुरक्षा की मांग की है. साथ ही घटना के जिम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.
पुस्तक अंश: डॉ. बी. आर. आंबेडकर ने आजादी, समानता एवं बंधुत्व को राजनीतिक एवं सामाजिक लोकतंत्र की बुनियाद बताते हुए कहा कि 'बंधुत्व का मतलब सभी भारतीयों के मध्य आपसी भाईचारा है. यही एक सिद्धांत है, जो सामाजिक जीवन में एकता और एकात्मता लाता है. संयुक्त राज्य में जातीय समस्या नहीं है. भारत में जातियां हैं. ये जातियां राष्ट्रविरोधी हैं.'
बापसी सिधवा की रचनात्मकता हमें हमारे समाजों को समझने की एक दृष्टि तो देती ही है पर वह हमें हमारे इतिहासों पर भी प्रश्न उठाने के बिंदु देता है. सिधवा उन चंद साहित्यकारों में हैं, जिनकी पहचान के कई आयाम थे. इसलिए सिधवा का गुज़रना इस उपमहाद्वीप की साझी संस्कृति को याद करने का भी एक मौका भी है और साझी क्षति भी.
कभी-कभार | अशोक वाजपेयी: इस समय कल्पना-सृजन-विचार का लगभग ज़रूरी कर्तव्य हमें आश्वस्त करना है कि हम अपनी बहुलता बचा सकते हैं; कि हम विकल्पों को सोच और रूपायित कर सकते हैं, कि हमारे पास ऐसे बौद्धिक-सर्जनात्मक उपकरण हो सकते हैं जो हमें प्रतिरोध के लिए सन्नद्ध करें.
पिछले डेढ़ दशक से बस्तर में माओवाद से मुकाबले के नाम पर ढेर सारी पूंजी पहुंची है, ठेकेदार पनपे हैं और तमाम निर्माण-कार्य शुरू हुए हैं. जाहिर है, उनसे जुड़े मुनाफे के तार को झकझोरने की कोशिश जानलेवा होगी. इसलिए इस हमलावर के पहले निशाने पर बस्तर के पत्रकार आ जाते हैं.
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की मौत को उनके द्वारा पिछले दिनों की गई एक रिपोर्ट से जोड़ा जा रहा है, जिसमें उन्होंने अन्य पत्रकारों के साथ बीजापुर के गंगालूर से नेलसनार तक 120 करोड़ रुपये की लागत से बन रही सड़क निर्माण में गड़बड़ी के बारे में बताया था.
ट्रंप-बेजोस से जुड़े कार्टून अस्वीकृत होने के बाद पुलित्जर विजेता कार्टूनिस्ट ने वाशिंगटन पोस्ट छोड़ा
2008 से वाशिंगटन पोस्ट से जुड़ी पुलित्जर पुरस्कार विजेता कार्टूनिस्ट एन टेल्नेस ने इस्तीफ़ा देते हुए कहा कि इसकी वजह उनके एक कार्टून को अस्वीकृत किया जाना है. इसमें जेफ बेजोस समेत कई अरबपतियों को धन देते हुए डोनाल्ड ट्रंप के सामने झुकते हुए दिखाया गया है.