‘मोदी ने अगर काम किया है, तो शहीदों के नाम पर वोट मांगने की ज़रूरत नहीं’

वीडियोः दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान होना है. पहली बार वोट करने जा रहे युवा चुनावी मुद्दों को लेकर क्या सोचते हैं, इस पर दिल्ली की इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं से रीतू तोमर की बातचीत.

उर्दू वाला चश्मा: कश्मीर- एक ताज़ा नज़रिया

उर्दू वाला चश्मा की इस कड़ी में नूपुर शर्मा कश्मीर मुद्दे पर चर्चा कर रही हैं. साथ ही उन्होंने पत्रकार और लेखक डेविड देवदास से भी बात की, जो कश्मीर पर किताबें लिख चुके हैं.

संसद में महिलाओं की भागीदारी पर क्या है आम महिलाओं की राय?

संसद में महिलाओं की भागीदारी के बारे में राजनीतिक पार्टियां अक्सर चुप्पी साध लेती हैं, पुरुषों के मुक़ाबले महिलाओं को पार्टियां भी कम टिकट देती हैं, सृष्टि श्रीवास्तव ने बात की दिल्ली की आम महिलाओं से और जाना कि वे चुनावी राजनीति पर क्या सोचती हैं.

‘मोदीजी के पैर धोने से कोई पवित्र नहीं हो गया, चार महीने से हमें वेतन नहीं मिला है’

वीडियो: बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इलाहाबाद में कुंभ मेले के दौरान कुछ सफाईकर्मियों के पैर धोए थे. उन सफाई कर्मचारियों से बातचीत.

क्या 2013 के दंगों को भूल पाए हैं मुज़फ़्फ़रनगर के मुस्लिम वोटर?

आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर क्या सोच रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर के मुस्लिम उम्मीदवार. बता रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.

नॉर्थ ईस्ट डायरी: मणिपुर सरकार की आलोचना के चलते गिरफ़्तार पत्रकार गंभीर रूप से बीमार

पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेम को राज्य की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह की आलोचना के आरोप में रासुका के तहत एक साल की क़ैद की सज़ा सुनाई गई है. वे दिसंबर 2018 से जेल में हैं.

अपूर्वानंद की मास्टरक्लास: इस्लामोफोबिया से हत्या की संस्कृति तक

आज की मास्टरक्लास में अपूर्वानंद न्यूज़ीलैंड में मस्जिदों में हुई गोलाबारी और मुस्लिमों के ख़िलाफ़ बढ़ते हेट क्राइम के बारे में चर्चा कर रहे हैं.

हम भी भारत: क्या जिग्नेश मेवाणी गुजरात में भाजपा को चुनौती दे पाएंगे?

हम भी भारत की इस कड़ी में आरफ़ा ख़ानम शेरवानी गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी से आगामी लोकसभा चुनाव में प्रभावी समीकरणों पर चर्चा कर रही हैं.

‘जितनी विविधता देश में है, उतनी ही विविधता महिलाओं के ख़िलाफ़ होने वाले अपराधों में भी है’

भारत में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध पर लंबे समय से रिपोर्टिंग और बलात्कार की घटनाओं पर ‘नो नेशन फॉर वीमेन’ किताब लिखने वाली पत्रकार और लेखक प्रियंका दुबे से मीनाक्षी तिवारी की बातचीत.

गंगा के लिए बिना कुछ किए प्रचार करने के मास्टर आदमी हैं मोदी: राजेंद्र सिंह

गंगा के लिए काम करने वाले मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह से धीरज मिश्रा की बातचीत.

‘जंगल और ज़मीन पर आदिवासियों का हक़ है, हमें यहां से कोई नहीं निकाल सकता’

वीडियो: जंगल से आदिवासियों को बेदख़ल करने के मुद्दे के ख़िलाफ़ नई दिल्ली में विभिन्न आदिवासी संगठनों ने प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि वन अधिकार कानून-2006 को सख़्ती से लागू किया जाए. प्रदर्शनकारियों से संतोषी की बातचीत.

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