चार बार के सांसद विष्णु देव साय साल 2020 से 2022 तक पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष रहे थे. साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार में वह केंद्रीय खान और इस्पात राज्य मंत्री थे. हाल ही में हुए चुनावों में भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 54 सीटें जीतकर भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदख़ल कर दिया.
अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित साबरकांठा जिले की खेड़ब्रह्मा सीट से तीन बार विधायक रहे आदिवासी नेता अश्विन कोतवाल ने कहा कि जो जनता के बीच लोकप्रिय हैं, उन्हें टिकट देने के बजाय कांग्रेस पार्टी नेतृत्व केवल उन लोगों का पक्ष लेती है, जो उनके प्रति वफादार रहे हैं. कोतवाल के इस्तीफ़े के बाद 182 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस के सदस्य घटकर 63 हो गए, जबकि भाजपा के पास 111 सदस्यों के साथ बहुमत है.
पिछले साल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले आदिवासी नेता और मंत्री बिसाहू लाल सिंह ने बीते दिनों कथित तौर पर समाज में काम करने के लिए उच्च जातियों की महिलाओं को पकड़कर घर से बाहर निकालने के लिए कहा था. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी भावनाओं की अभिव्यक्ति, जो लोगों को ग़लत संदेश देती है, जो भी व्यक्ति हो उसे माफ़ नहीं किया जाएगा.