कर्मचारियों को सप्ताह में एक बार स्वदेशी पारंपरिक कपड़े पहनने की अपील संबंधी त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद की अधिसूचना पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है. भाजपा ने इस फैसले का विरोध करते हुए पूछा कि ऐसे कर्मचारी जो त्रिपुरा के बाहर के हैं वे क्या करेंगे. परंपरा, संस्कृति और भाषा को थोपा नहीं जाना चाहिए.
त्रिपुरा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रद्योत किशोर देबबर्मा की अगुवाई वाले ‘टीआईपीआरए मोठा’ ने त्रिपुरा आदिवासी क्षेत्र स्वायत्त ज़िला परिषद चुनाव में 28 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की है. भाजपा को नौ सीटें मिली हैं, वहीं उसके सहयोगी दल आईपीएफटी के अलावा कांग्रेस और माकपा किसी भी सीट पर जीत दर्ज करने में नाकाम रहे.