कर्मचारियों को सप्ताह में एक बार स्वदेशी पारंपरिक कपड़े पहनने की अपील संबंधी त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद की अधिसूचना पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है. भाजपा ने इस फैसले का विरोध करते हुए पूछा कि ऐसे कर्मचारी जो त्रिपुरा के बाहर के हैं वे क्या करेंगे. परंपरा, संस्कृति और भाषा को थोपा नहीं जाना चाहिए.
जनजाति संगठन इंडीजीनस नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ ट्विप्रा का कहना है कि उनकी पार्टी के चार कार्यकर्ताओं को पिछले साल दिसंबर में ढलाई ज़िले के गांडाचेरा से गिरफ़्तार किया गया था, उन पर बिना किसी सबूत के उग्रवादियों की मदद करने का आरोप लगाया गया है.