भारत में कोरोना वायरस महामारी के दस्तक के बाद मई महीने में यह दूसरी बार है, जब एक दिन में संक्रमण के चार लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं. देश में संक्रमण का कुल आंकड़ा 21,077,410 हो गया है और मृतकों की संख्या बढ़कर 230,168 हो चुकी है. विश्व में संक्रमण के 15.52 करोड़ से ज़्यादा मामले हैं और 32.43 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची का कहना है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में भारत की स्थिति बेहद निराशाजनक है और भारत सरकार को तत्काल अस्थायी फील्ड अस्पताल बनाने के लिए सैन्य बलों समेत सभी संसाधनों का इस्तेमाल करना चाहिए.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 20,665,148 हो गए हैं और अब तक 226,188 लोग इस महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण का आंकड़ा 15.43 करोड़ से ज़्यादा है, जबकि 32.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
कोविड महामारी के इस भीषण संकट के समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जबावदेही का यही एक काम कर सकते हैं कि वे अपनी कुर्सी छोड़ दें.
भारत में कोविड संक्रमण के मामले 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे. 107 दिन बाद पांच अप्रैल को मामले 1.25 करोड़ पर पहुंच गए. हालांकि महामारी के मामलों को 1.5 करोड़ का आंकड़ा पार करने में महज 15 दिन लगे और 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार होने में भी सिर्फ़ 15 दिन लगे. विश्व में संक्रमण के कुल मामले 15.35 करोड़ से ज़्यादा है और 32.14 लाख से अधिक लोगों की मौत हो
क्रिकेट खिलाड़ियों के बायो बबल में रहने के बावजूद कोविड-19 के कई मामले पाए जाने के बाद आईपीएल के चेयरमैन बृजेश पटेल ने कहा कि टूर्नामेंट को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया गया है. हम अगले उपलब्ध समय में इस प्रतियोगिता का आयोजन करने की कोशिश करेंगे, लेकिन इस महीने ऐसी संभावना नहीं है.
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती और संदीप वारियर संक्रमित पाए गए हैं, साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स के स्टाफ के तीन लोग भी कोविड-19 की चपेट में हैं. हालांकि कई टीमों के अधिकारियों का कहना है कि टूर्नामेंट जारी रहना चाहिए.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 19,925,604 हो गई है, जबकि ये महामारी अब तक 218,959 लोगों की जान ले चुकी है. विश्व में संक्रमण के मामले 15.28 करोड़ से ज़्यादा हैं और जान गंवाने वालों का आंकड़ा 32 लाख के पार चला गया है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या अब तक 19,557,457 है. इसके अलावा इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 215,542 हो गया है. विश्व में 15.22 करोड़ से ज़्यादा संक्रमण के मामले सामने आए हैं और 31.92 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 19,164,969 हो गई है तथा इस महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 211,853 हो गया है. विश्व में संक्रमण के 15.14 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 31.80 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
संकट पैदा करने वाली यह मशीन, जिसे हम अपनी सरकार कहते हैं, हमें इस तबाही से निकाल पाने के क़ाबिल नहीं है. ख़ाससकर इसलिए कि इस सरकार में एक आदमी अकेले फ़ैसले करता है, जो ख़तरनाक है- और बहुत समझदार नहीं है. स्थितियां बेशक संभलेंगी, लेकिन हम नहीं जानते कि उसे देखने के लिए हममें से कौन बचा रहेगा.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल 18,762,976 मामले सामने आ चुके हैं और अब तक 208,330 लोगों की जान जा चुकी है. विश्व में संक्रमण के मामले 15.05 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं और 31.66 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है. सर्वाधिक प्रभावित तीसरे देश ब्राज़ील में एक महीने में एक लाख लोगों की मौत हुई है. मरने वालों की संख्या के लिहाज़ से यह अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है.
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का मामला. बीते 21 अप्रैल को राज्य के रायसेन ज़िले में एक महिला ने संक्रमण के कारण अपनी मां की मौत से दुखी होकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. इसी दिन देवास में छह दिन के अंदर वायरस से 75 वर्षीय एक महिला एवं उनके दो बेटों की मौत से दुखी होकर महिला की छोटी बहू ने जान दे दी थी.
देश में बीते एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक 379,257 मामले दर्ज किए गए, जिसके बाद कुल मामले 18,376,524 हो गए है. इसके अलावा इस महामारी की चपेट में आकर जाने गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 204,832 हो चुकी है. विश्व में संक्रमण के 14.96 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और 31.51 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
भारत में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने भारत को ज़रूरत पड़ने पर एकीकृत आपूर्ति श्रृंखला से मदद का प्रस्ताव दिया था, जिसके जवाब में उन्हें बताया गया कि इसकी ज़रूरत नहीं है क्योंकि भारत के पास यथोचित ‘मज़बूत व्यवस्था’ है.