घटना बीते 24 दिसंबर रात असम के सोनितपुर ज़िले के एक गांव में हुई. पुलिस ने कहा कि महिला को ज़िंदा जलाकर मार डालने के आरोप में छह लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. इन सभी की उम्र 30 से 35 साल के बीच है. ये कथित तौर पर नशे की हालत में थे, उन्होंने महिला के पति को बांध दिया था और उसे आग लगा दी.
घटना लोहरदगा के सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के गणेशपुर गांव की है, जहां कुछ ग्रामीणों की मृत्यु के बाद स्थानीय लोगों ने एक 55 वर्षीय महिला पर 'जादू-टोना' करने का आरोप लगाया. पुलिस के अनुसार, ग्रामीणों ने एक बैठक कर महिला को मौत की सज़ा सुनाई और पीटा. महिला को घायलावस्था में ज़हर खिलाकर फिर पीटा गया और दम तोड़ने के बाद शव को बोरे में डालकर पास के जलप्रपात में फेंक दिया.
घटना कार्बी आंग्लोंग ज़िले के डोकमोका थाना क्षेत्र के लांगहिंग लोहिमापुर गांव का है. ग्रामीणों ने काला जादू करने के शक में 50 वर्षीय महिला और 28 वर्षीय युवक की हत्या कर दी. फ़िर उनका सिर काटकर उन्हें आग के हवाले कर दिया.
डायन बताकर महिलाओं की हत्या किए जाने के मामले में झारखंड पिछले कई सालों से लगातार देश में शीर्ष पर है. इसके बावजूद किसी भी राजनीतिक दल की प्राथमिकता में यह मुद्दा नज़र नहीं आता.
संसदीय कार्य मंत्री चंद्रमोहन पटवारी ने बीते शनिवार को राज्य विधानसभा में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 2011 से 2016 के बीच ‘विच हंटिंग’ में 84 लोगों की जान गई है.
इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में असम, मिज़ोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और मणिपुर के प्रमुख समाचार.