मोदी राज में विदेशों में नहीं बढ़ी भारत की प्रतिष्ठा- रिपोर्ट में दावा

अमेरिकियों के बीच सबसे लोकप्रिय विदेशी राजनेता की पहचान करने के लिए मार्च 2024 में एक सर्वे किया गया था. सर्वे में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26वें स्थान पर थे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दोनों ही मोदी से ऊपर थे.

दक्षिण अफ्रीकी मीडिया का ‘मोदी के विमान से न उतरने’ का दावा, अधिकारियों ने कहा- ऐसा नहीं हुआ

दक्षिण अफ्रीकी मीडिया आउटलेट 'डेली मेवरिक' ने एक रिपोर्ट में बताया था कि ब्रिक्स सम्मेलन के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब तक विमान से उतरने से इनकार कर दिया था, जब तक दक्षिण अफ्रीका के उपराष्ट्रपति को उनके स्वागत के लिए नहीं भेजा गया. डेली मेवरिक का दावा है कि इस रिपोर्ट के प्रकाशन के कुछ ही घंटों के भीतर इसे भारत के साइबर हमलों का निशाना बनाया गया.

चीन: राष्ट्रपति जिनपिंग और लॉकडाउन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन जारी, संक्रमण के मामले बढ़े

चीन में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लागू किए गए कड़े प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन राजधानी बीजिंग तक फैल गए हैं. प्रदर्शनकारी ‘शी जिनपिंग, इस्तीफा दो, कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता छोड़ो’, ‘शिनजियांग से प्रतिबंध हटाओ, चीन से प्रतिबंध हटाओ’ जैसे नारे लगा रहे हैं. 

चीन: राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सत्ता में रिकॉर्ड तीसरी बार वापसी की

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग पार्टी संस्थापक माओ त्से तुंग के बाद सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के ऐसे पहले नेता हैं, जिन्हें तीसरा कार्यकाल मिला है. उन्हें कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना सीपीसी की 20वीं केंद्रीय समिति का महासचिव चुना गया. इसके अलावा चिनफिंग को केंद्रीय सैन्य आयोग का अध्यक्ष भी नामित किया गया.

ताइवान की राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय दिवस भाषण में कहा- उनका देश चीन के सामने नहीं झुकेगा

ताइवान पर चीन अपना अधिकार होने का दावा करता है, जबकि यह द्वीप 1949 में गृहयुद्ध के दौरान कम्युनिस्ट शासित मुख्य भूमि से अलग होने के बाद से स्वायत्तशासी है. दोनों देशों में बढ़ते तनाव के बीच ताइवान की राष्ट्रपति ने बातचीत और आपसी सम्मान का आह्वान करते हुए कहा कि ताइवान का भविष्य ताइवान के लोगों द्वारा ही तय किया जाना चाहिए.

हांगकांग: एप्पल डेली अख़बार के संपादकीय लेखक राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत गिरफ़्तार

पिछले हफ़्ते एप्पल डेली ने कर्मचारियों की सुरक्षा एवं भुगतान कर पाने में असमर्थता जताते हुए अख़बार का प्रकाशन/संचालन बंद कर दिया था. एप्पल डेली अक्सर चीन और हांगकांग की सरकार की आलोचना शहर पर नियंत्रण सख़्त करने को लेकर करता रहा है. संपादकीय लेखक फंग वाई कोंग दो हफ़्तों के भीतर गिरफ़्तार किए गए अख़बार के सातवें कर्मचारी हैं. एप्पल डेली के संस्थापक जिम्मी लाय इस समय 20 महीने की सज़ा काट रहे हैं.

हांगकांग के सुरक्षा क़ानून के तहत एप्पल डेली के संपादक समेत चार अधिकारी गिरफ़्तार

हांगकांग पुलिस ने लोकतंत्र समर्थक अख़बार ‘एप्पल डेली’ के प्रधान संपादक और चार अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को विदेशी ताकतों से साठगांठ करने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत बृहस्पतिवार को गिरफ़्तार कर लिया. पुलिस ने कहा कि उसके पास पुख्ता सबूत हैं कि एप्पल डेली द्वारा प्रकाशित 30 से अधिक आलेखों ने चीन और हांगकांग के ख़िलाफ़ विदेशी ताकतों की साज़िश में ‘अहम भूमिका’ निभाई.

हांगकांग: मीडिया उद्यमी जिम्मी लाय चीन के नए राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत गिरफ़्तार

लोकप्रिय टेबलॉयड ‘एप्पल डेली’ के मालिक जिम्मी लाय हांगकांग में लोकतंत्र के समर्थन में आवाज़ उठाने वाली प्रमुख हस्ती हैं और लगातार चीन के निरंकुश शासन की आलोचना करते रहे हैं.

चीन ने हांगकांग में अलगाववाद के ख़िलाफ़ कार्रवाई से संबंधित विवादित क़ानून को मंज़ूरी दी

वैश्विक आक्रोश और हांगकांग में नाराज़गी के बीच चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने विवादित राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून पर हस्ताक्षर कर दिए, जो कि हांगकांग के संबंध में बीजिंग को नई शक्तियां प्रदान करता है.

भारत और चीन कारोबार, निवेश, सेवा क्षेत्र से जुड़े विषयों पर एक तंत्र स्थापित करेंगे

विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बातचीत वुहान शिखर सम्मेलन के बाद की प्रगति पर केंद्रित रही और अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में न तो कश्मीर मुद्दा उठा और न ही इस पर कोई चर्चा हुई.

नेताओं को तमिलनाडु का दौरा करते रहना चाहिए, ताकि राज्य साफ-सुथरा रहे: मद्रास हाईकोर्ट

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा को लेकर तमिलनाडु और महाबलीपुरम को सजाया-संवारा गया है. अवैध बैनर लगाने वालों को अधिकतम सज़ा देने के लिए विशेष क़ानून बनाए जाने की मांग करने वाली याचिका की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि जब बड़े नेता आते हैं, सरकार तभी ऐसे क़दम उठाती है.

ट्रम्प के कश्मीर पर मध्यस्थता के दावे से नरेंद्र मोदी की राजनीतिक समझ पर सवाल उठते हैं

जहां सारी दुनिया को इस बात का एहसास जल्द ही हो गया था कि डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिका एक भरोसेमंद साथी नहीं है, नरेंद्र मोदी ने इसके बावजूद भारत के वॉशिंगटन से संबंध प्रगाढ़ किए. यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि इसकी कीमत क्या होगी.

प्रधानमंत्री जी! ‘धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करता रहा’ आप पर भी चरितार्थ होता है

मोदी सरकार और उनके समर्थक लगातार मीठा-मीठा गप और कड़वा-कड़वा थू की कहावत को चरितार्थ करते नज़र आ रहे हैं. विचार या निष्कर्ष उनके अनुकूल हुए तो उसके सौ खोट भी सिर माथे और प्रतिकूल हुए तो ईमानदार विश्लेषण भी टके सेर.