बीते 04 जुलाई को यूपी के शामली में कबाड़ बेचने वाले फ़िरोज़ की कथित मारपीट के बाद मौत हो गई थी, जिसे कुछ पत्रकारों ने लिंचिंग बताया था. पुलिस ने घटना को लेकर ग़ैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने के साथ ही दो पत्रकारों समेत पांच लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की है.
मेरठ ज़िले के पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी के ख़िलाफ़ 2020 में दर्ज एक कथित गोकशी के मामले में स्थानीय अदालत ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि क्षेत्र में पत्रकार की उपस्थिति क़ानून-व्यवस्था बिगाड़ सकती है.
उत्तर प्रदेश में मेरठ ज़िले के एक गांव में खेत से गोवंश के अवशेष बरामद होने के बाद पुलिस ने पत्रकारिता के छात्र ज़ाकिर अली त्यागी को गिरफ़्तार किया था. ज़ाकिर का कहना है कि उन्हें फ़र्ज़ी तरीके से फ़ंसाया गया है. इस संबंध में मानवाधिकार आयोग ने मेरठ पुलिस का नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.