सीबीआई ने डीएचएफएल प्रर्वतकों कपिल व धीरज वधावन तथा कंपनी के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. आरोप है कि उन्होंने बांद्रा में कंपनी की फ़र्ज़ी शाखा बनाई और 14,046 करोड़ रुपये के आवास ऋण खाते खोले. इनमें से कुछ खाते प्रधानमंत्री आवास योजना की ब्याज सब्सिडी लेने के लिए बनाए गए थे.
इस रिपोर्ट के आधार पर एनसएलटी की मुंबई पीठ के समक्ष 40 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दायर किया गया है, जिसमें डीएफएचएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन भी शामिल हैं.
यस बैंक के प्रोमोटर राणा कपूर और अन्य द्वारा रुपयों की कथित हेराफेरी से जुड़ी सीबीआई की प्राथमिकी में डीएचएफएल प्रोमोटर्स वधावन भाई बतौर आरोपी नामजद हैं.
डीएफएचएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन को परिवार के 23 सदस्यों के साथ उनके सतारा ज़िले के महाबलेश्वर स्थित उनके फार्म हाउस में पाया गया, जबकि कोरोना वायरस के चलते पूरे सतारा ज़िले को सील कर दिया गया है.