केरल की 19 साल की सिस्टर अभया का शव 27 मार्च 1992 को सेंट पायस कॉन्वेंट के एक कुएं में मिला था. सिस्टर अभया ने चर्च के पादरी और नन को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था, जिसकी वजह से उनकी हत्या कर दी गई थी. घटना के तक़रीबन 16 साल बाद मामले के तीन आरोपियों की गिरफ़्तारी हो सकी थी. मामले को पहले आत्महत्या का रूप देने की भी कोशिश की गई थी.
व्यक्ति कुछ मौलिक अधिकारों से संपन्न है. संविधान इन अधिकारों की निशानदेही कर राज्य को बताता है कि वह व्यक्ति के जीवन में कहां हस्तक्षेप नहीं कर सकता.