मीडिया बोल की 27वीं कड़ी में उर्मिलेश, वरिष्ठ पत्रकार आरती जेरथ और पूर्णिमा जोशी के साथ गुजरात चुनाव के मीडिया कवरेज पर चर्चा कर रहे हैं.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में पूछा, भाजपा चुनाव प्रचार अभियान में निचले स्तर तक क्यों चली गई, मोदी के चुनावी भाषणों से विकास का एजेंडा गायब है.
गुजरात चुनाव राउंडअप: राहुल ने कहा, मोदी लगातार चुनावी मुद्दा बदल रहे, उनके पास बोलने को कुछ भी नहीं बचा. मोदी जी, हम आपको प्यार से, बिना गुस्से के हराने जा रहे हैं.
मुसलमान का डर दिखा कर हिंदू नौजवानों को बर्बाद किया जा रहा है. उनसे कहा जा रहा है कि रोज़गार मत पूछो, पढ़ाई, अस्पताल मत पूछो, बस देखो कोई मुसलमान मुख्यमंत्री न बन जाए.
गुजरात चुनाव राउंडअप: मोदी ने उठाया मंदिर और मणिशंकर मुद्दा. राहुल बोले हम गालियों का जवाब नहीं देंगे, पोल खुल जाने पर चुनावी एजेंडा बदल रहे मोदी.
गुजरात विधानसभा चुनाव: ब्लूटूथ से कनेक्ट होने की शिकायत पर चुनाव आयोग के इंजीनियर ने कहा कि आप अपने डिवाइस का जो भी नाम रखेंगे वह आपको मोबाइल की स्क्रीन पर दिखेगा.
गुजरात चुनाव राउंडअप: भाजपा ने एक दिन पहले पेश किया संकल्प पत्र. कांग्रेस ने की आलोचना. भाजपा-कांग्रेस में कड़े मुकाबले के आसार.
ग्राउंड रिपोर्ट: एक विधानसभा सीट वाले डांग ज़िले में रोज़गार के लिए पलायन और आदिवासियों की धार्मिक पहचान अहम मुद्दा है.
जन गण मन की बात की 161वीं कड़ी में विनोद दुआ मतदान से एक दिन पहले भाजपा द्वारा गुजरात में संकल्प पत्र जारी किए जाने पर चर्चा कर रहे हैं.
गुजरात चुनाव राउंडअप: पूर्व पीएम ने कहा- गुजरात हर पैमाने पर हिमाचल, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों से पीछे, राहुल ने पूछा- आदिवासी कल्याण योजना के 55 हजार करोड़ रुपये कहां गए.
ग्राउंड रिपोर्ट: ज़िले के विभिन्न गांवों में रहने वाले आदिवासियों का कहना है कि उनकी ज़िंदगियों से विकास कोसों दूर है.
लोकसभा चुनाव में पूरे देश में गुजरात मॉडल बेचा गया था, लेकिन गुजरात में अस्मिता, क्षेत्रीयता और अंतत: मंदिर मुद्दा बनता दिख रहा है. क्या विकास एक चुनावी झांसा है?
ग्राउंड रिपोर्ट: मोरबी शहर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच राजनीतिक अखाड़ा बन गया है.
कुछ लोगों ने लाठी डंडे से हमला करके जिग्नेश की गाड़ी का कांच क्षतिग्रस्त किया. मेवाणी ने सत्तारूढ़ भाजपा पर लगाया आरोप.
वाजिब तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मणिशंकर अय्यर के बयान की आलोचना करने का हक़ है मगर औरंगजेब राज मुबारक कहकर वो भी अय्यर के स्तर पर आ गए.