उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफ़राबाद और मौजपुर में सीएए के समर्थकों और विरोधी समूहों के बीच हुई हिंसक झड़पों के दौरान गोकुलपुरी थाने में तैनात दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई है.
नई दिल्ली: उत्तर-पूर्व दिल्ली के मौजपुर इलाके में सोमवार को लगातार दूसरे दिन नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) के समर्थक और विरोधी समूहों के बीच झड़पें हुई. प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया. इसके साथ ही भजनपुरा इलाके में भी हिंसक झड़पें हुई हैं.
एनडीटीवी के अनुसार इस हिंसा में एक पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत हो गयी है. प्रदर्शनकारियों ने वहां खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.
इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल घायल हुए और उनकी मौत हो गयी. वे गोकुलपुरी थाने में तैनात थे. दूसरी ओर शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा घायल हो गए हैं. हालात अनियंत्रित होने के बाद मौके पर अर्द्धसैनिक बलों को बुलवाया गया है.
इलाके में धारा 144 लगा दी गयी है.
Delhi: A clash broke out between two groups in Maujpur area, today. Ved Prakash Surya DCP (North-East) says, "We have spoken to both sides, now the situation is calm. We are continuously speaking to people, now the situation is under control". pic.twitter.com/kSPSFUYCHQ
— ANI (@ANI) February 24, 2020
जाफराबाद और मौजपुर इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने कम से कम दो घरों में आग लगा दी, जिससे तनाव और बढ़ गया है. इन इलाकों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन सीएए समर्थक और विरोधी समूहों के बीच झड़पें हुईं. प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया.
प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने इलाके में लगी आग बुझाते समय दमकल की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया.
इस बीच दिल्ली मेट्रो ने जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए हैं.
द वायर से बात करते हुए चांदबाग इलाके के एक सीएए विरोधी प्रदर्शनकारी शादाब ने दावा किया कि सोमवार सुबह करीब 10.20 बजे पलिस के साथ आरएसएस के लोग आये और प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया।
उनके अनुसार मुख्य धरनास्थल पर लगभग 200 लोगों में 150 के करीब महिलाएं थीं और यह लाठीचार्ज कथित तौर पर आधे घंटे तक चला था, जहां सीएए समर्थकों और पुलिस ने महिलाओं समेत कई प्रदर्शनकारियों को चोट पहुंचाई। शादाब के मुताबिक कम से कम एक महिला को सिर में चोट आयी है.
इस बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दुख जाहिर करते हुए केंद्र सरकार और उपराज्यपाल से उचित कदम उठाने को कहा है.
Very distressing news regarding disturbance of peace and harmony in parts of Delhi coming in.
I sincerely urge Hon’ble LG n Hon'ble Union Home Minister to restore law and order n ensure that peace and harmony is maintained. Nobody should be allowed to orchestrate flagrations.— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 24, 2020
मालूम हो कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी, जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच रविवार शाम को झड़प शुरू हो गई थी.
मौजपुर में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक सभा बुलाई थी जिसमें मांग की गयी थी कि पुलिस तीन दिन के भीतर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाए, इसके तुरंत बाद दो समूहों के सदस्यों ने एकदूसरे पर पथराव किया जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
मिश्रा ने दिल्ली पुलिस को अल्टीमेटम भी दिया था कि ‘अगर तीन दिन में सड़क खाली कराएं वरना हम आपकी भी नहीं सुनेंगे.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)