कनाडा: इतिहास की सबसे घातक गोलीबारी में पुलिस अधिकारी समेत 16 लोगों की मौत

पुलिस ने बताया कि 51 वर्षीय बंदूकधारी हमलावर गैब्रियल वोर्टमैन ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और करीब 12 घंटों तक लोगों के घर में घुसकर गोलियां चलाईं. अधिकारियों के मुताबिक संदिग्ध हमलावर भी मारा गया है.

(फोटो: रॉयटर्स)

पुलिस ने बताया कि 51 वर्षीय बंदूकधारी हमलावर गैब्रियल वोर्टमैन ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और करीब 12 घंटों तक लोगों के घर में घुसकर गोलियां चलाईं. अधिकारियों के मुताबिक संदिग्ध हमलावर भी मारा गया है.

(फोटो: रॉयटर्स)
(फोटो: रॉयटर्स)

टोरंटो: कनाडा के नोवा स्कोटिया प्रांत में खौफनाक घटना को अंजाम देते हुए पुलिस अधिकारी का भेष धरकर एक बंदूकधारी ने करीब 12 घंटों तक लोगों के घर में घुसकर गोलियां चलाईं. इस भीषण हमले में 16 लोगों की मौत हो गई.

रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को हुए इस हमले को कनाडा के इतिहास का सबसे घातक हमला बताया जा रहा है. अधिकारियों के मुताबिक संदिग्ध हमलावर भी मारा गया है.

हालांकि, सीटीवी नेटवर्क की रिपोर्ट के अनुसार, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी की उसे रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने मार गिराया.

स्‍थानीय अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में पुलिस का एक अधिकारी भी शामिल है. मृतक आरसीएमपी अधिकारी हेइडी स्टीवेन्सन के दो बच्चे हैं.

पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पोर्टापिक के छोटे और ग्रामीण कस्बे के एक घर के अंदर और बाहर कई शव बरामद किए गए. अन्य स्थानों पर भी शव मिले.
अधिकारी मान रहे हैं कि हमलवार ने पहले अपने लक्ष्यों को निशाना बनाया लेकिन बाद में वह अंधाधुंध गोलीबारी करने लगा.

पुलिस ने बंदूकधारी की पहचान 51 वर्षीय गैब्रियल वोर्टमैन के तौर पर की है जो दंत चिकित्सक था. अधिकारियों ने बताया कि उसने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और उसकी कार आरसीएमपी की क्रूजर जैसी लग रही थी.

पुलिस ने पहले घोषणा की थी कि उन्होंने एनफील्ड इलाके के गैस स्टेशन से वोर्टमैन को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन उसे बाद में कहा कि वह मारा गया.

नोवा स्कोस्टिया के प्रमुख स्टीफन मैक्नील ने कहा, ‘यह हमारे प्रांत के इतिहास में हिंसा का सबसे नृशंस कृत्य है.’ आरसीएमपी के प्रवक्ता डेनियल ब्रायन ने संदिग्ध के अलावा 16 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की.

बता दें कि, कनाडा में बड़े पैमाने पर गोलीबारी अपेक्षाकृत कम होती है क्योंकि वहां अमेरिका की तुलना में सख्त बंदूक नियंत्रण कानून हैं.

इससे पहले 1989 में एक मॉन्ट्रियल नरसंहार में एक बंदूकधारी ने 15 महिलाओं को मार डाला था.