दिल्ली: लाल किले पर धार्मिक झंडा लगाने के मामले में पंजाब से 21 वर्षीय किसान गिरफ़्तार

केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान बहुत से प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किले तक पहुंच गए थे और वहां एक धार्मिक झंडा लगा दिया था. इस संबंध में पुलिस ने अमृतसर से 21 वर्षीय किसान गुरजोत सिंह को गिरफ़्तार किया है.

कृषि कानूनों के विरोध में 26 जून 2021 को निकाले गए किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हिंसा हो गई थी. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर तिरंगा फहराने के साथ धार्मिक झंडा भी फहरा दिया था. (फोटो: पीटीआई)

केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान बहुत से प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किले तक पहुंच गए थे और वहां एक धार्मिक झंडा लगा दिया था. इस संबंध में पुलिस ने अमृतसर से 21 वर्षीय किसान गुरजोत सिंह को गिरफ़्तार किया है.

कृषि कानूनों के विरोध में 26 जून 2021 को निकाले गए किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हिंसा हो गई थी. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर तिरंगा फहराने के साथ धार्मिक झंडा भी फहरा दिया था. (फोटो: पीटीआई)
कृषि कानूनों के विरोध में 26 जून 2021 को निकाले गए किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हिंसा हो गई थी. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर तिरंगा फहराने के साथ धार्मिक झंडा भी फहरा दिया था. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: बीते 26 जनवरी को लाल किला पर धार्मिक झंडा लगाने से जुड़े मामले के संबंध में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने पंजाब से एक 21 वर्षीय किसान को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि आरोपी का नाम गुरजोत सिंह है.

पुलिस उपायुक्त (विशेष सेल) संजीव कुमार यादव ने बताया, ‘सिंह को पंजाब में अमृतसर से गिरफ्तार किया गया. उनकी गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि गुरजोत किसान हैं और तरनतारन जिले के तलवंडी शोभा सिंह गांव के रहने वाले हैं.

पुलिस सूत्रों ने आगे कहा, ‘वह 22 जनवरी को सिंघू बॉर्डर पर जाने सहित कई बार वहां विरोध स्थल का दौरा कर चुके थे. 26 जनवरी को उन्होंने गांव के तीन और लोगों के साथ अपने ट्रैक्टरों पर दिल्ली में प्रवेश किया था और लाल किले पर पहुंच गए थे.’

सूत्रों ने बताया, ‘समाचार चैनलों से मिले कई फुटेज में पुलिस द्वारा उन्हें ढूंढ़ने के बाद उनकी पहचान की गई, जहां उन्हें घटना के बाद बाइट देते हुए देखा गया था. लाल किले में तोड़फोड़ के कुछ घंटे बाद वह सिंघू बॉर्डर पर लौट आए, जहां से वह अपने गांव गए थे. तब से उन्होंने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया था.’

घटना के कुछ दिनों बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने गुरजोत सिंह, दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजंत सिंह और अन्य सहित कई आरोपियों का पता लगाने में मदद करने वाली जानकारी साझा करने वाले को एक लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी.

सूत्रों ने कहा, ‘उत्तरी रेंज की कई टीमों ने पंजाब में छापेमारी की और आखिरकार उन्हें अमृतसर में मिला. उस पर लाल किले पर धार्मिक झंडे फहराने का आरोप है. हालांकि, पूछताछ के दौरान उसने सभी आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि जो हुआ उसके पीछे जुगराज थे और वह भीड़ के साथ खड़े थे.’

बता दें कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हजारों किसानों की 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान पुलिस से झड़प हो गई थी.

ट्रैक्टर चला रहे कई प्रदर्शनकारी लाल किले पहुंचकर इस ऐतिहासिक धरोहर के भीतर प्रवेश कर गए थे. कुछ प्रदर्शनकारियों ने इसके गुंबद और इसकी प्राचीर पर धार्मिक झंडे भी लगा दिए थे जहां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है.

गणतंत्र दिवस तोड़फोड़ मामले में अब तक 40 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और 135 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

(समाचार एजेंसी पीटीआई से इनपुट के साथ)