घटना रीवा ज़िले के सिरमौर थानाक्षेत्र की है, जहां डोलमऊ गांव में मज़दूरी के रुपये मांगने पर आरोपी शख़्स ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक श्रमिक पर धारदार हथियार से हमला किया और उनका एक हाथ काट दिया. पुलिस ने बताया कि अत्यधिक खून बहने के कारण पीड़ित की हालत नाज़ुक बनी हुई है.
रीवाः मध्य प्रदेश के रीवा जिले में मजदूरी के रुपये मांगने पर एक श्रमिक का हाथ धारदार हथियार से काटने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
यह घटना शनिवार को रीवा जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर सिरमौर पुलिस थाने के तहत डोलमऊ गांव में हुई.
रीवा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा ने बताया, ‘डोलमऊ गांव में मजदूरी के रुपये मांगने पर नियोक्ता गणेश मिश्रा ने अपने साथियों के साथ मिलकर मजदूर अशोक साकेत (45) के एक हाथ को धारदार हथियार से काट दिया.’
उन्होंने कहा कि अशोक साकेत पड़री गांव के निवासी हैं और अनुसूचित जाति से आते हैं.
वर्मा ने बताया कि साकेत ने डोलमऊ गांव में मिश्रा के लिए एक निर्माणाधीन इमारत में मजदूरी की थी और मिश्रा उसे मेहनताना देने में कथित रूप से आनाकानी कर रहा था.
उन्होंने कहा, ‘मामले को सुलझाने के लिए साकेत एवं एक अन्य व्यक्ति ने 20 नवंबर को मिश्रा से मुलाकात की, जिस दौरान विवाद हुआ और कथित तौर पर मिश्रा और अन्य लोगों ने साकेत पर धारदार हथियार से हमला कर दिया और उनका एक हाथ काट दिया.’
वर्मा ने बताया कि आरोपियों ने कटे हाथ को पास ही छिपाने की कोशिश भी की, लेकिन बाद में उसे बरामद कर लिया गया. उन्होंने बताया कि हाथ के अलावा पीड़ित के जबड़े पर भी वार किया गया है.
उन्होंने कहा कि पुलिस साकेत को संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल ले गई, जहां चिकित्सकों ने ऑपरेशन के बाद कटे हाथ को फिर से जोड़ दिया है.
वर्मा ने चिकित्सकों के हवाले से बताया कि अत्यधिक खून बहने के कारण साकेत की हालत नाजुक बनी हुई है.
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मिश्रा और उसके भाइयों रत्नेश मिश्रा और कृष्ण कुमार मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)