कर्नाटक कांग्रेस विधायक ने कहा- जब बलात्कार रोका न जा सके तो उसका आनंद लें

कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केआर रमेश कुमार ने गुरुवार को विधानसभा में चर्चा के दौरान यह विवादित टिप्पणी की. सदन की कार्यवाही के इस वीडियो में कुमार की इस टिप्पणी पर विधानसभा अध्यक्ष को हंसते देखा जा सकता है. बैकग्राउंड में अन्य विधायकों को भी हंसते सुना जा सकता है.

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कांग्रेस विधायक रमेश कुमार (फोटोः पीटीआई)

कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केआर रमेश कुमार ने गुरुवार को विधानसभा में चर्चा के दौरान यह विवादित टिप्पणी की. सदन की कार्यवाही के इस वीडियो में कुमार की इस टिप्पणी पर विधानसभा अध्यक्ष को हंसते देखा जा सकता है. बैकग्राउंड में अन्य विधायकों को भी हंसते सुना जा सकता है.

कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार (फोटोः पीटीआई)

बेलगावी: कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केआर रमेश कुमार ने गुरुवार को विधानसभा में बेहद विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि जब बलात्कार को टाला नहीं जा सके, तो लेटो और उसका आनंद लो.

विधानसभा में बारिश और बाढ़ से संबंधित नुकसान को लेकर चर्चा हो रही थी, जिसमें कई विधायक अपने-अपने क्षेत्र के लोगों की दशा को पटल पर रखना चाह रहे थे.

विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी के पास समय की कमी थी और उन्हें शाम छह बजे तक चर्चा को पूरा कराना था, जबकि विधायक समय बढ़ाने का आग्रह कर रहे थे.

कागेरी ने हंसते हुए कहा, ‘मैं उस स्थिति में हूं जहां मुझे आनंद लेना है और हां-हां कहना है. मुझे तो यही महसूस होता है. मुझे स्थिति को नियंत्रित करना छोड़ देना चाहिए और कार्यवाही व्यवस्थित तरीके से चलानी चाहिए. मुझे सबसे कहना चाहिए कि आप अपनी बात जारी रखें.’

उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत केवल इतनी है कि सदन का कामकाज नहीं हो रहा है.

इस बीच कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, ‘देखिए, एक कहावत है- जब बलात्कार को नहीं टाला जा सकता तो लेटकर उसका आनंद लें. आप बिल्कुल इसी स्थिति में हैं.’

सदन की कार्यवाही के इस वीडियो में कुमार की इस विवादित टिप्पणी पर कागेरी को हंसते देखा जा सकता है. बैकग्राउंड में अन्य विधायकों को भी हंसते सुना जा सकता है.

कुमार के इस बयान की उनकी खुद की पार्टी के सदस्यों ने आलोचना की.

खानपुर से कांग्रेस की विधायक अंजलि निम्बाल्कर ने ट्वीट कर कहा, ‘सदन इस तरह के घृणित और बेशर्म व्यवहार के लिए नारीत्व, हर महिला, बहन और बेटी से माफी मांगें.’

कांग्रेस की एक अन्य विधायक सौम्या रेड्डी ने कहा, ‘यह ठीक नहीं है और इसके लिए माफी मांगने की जरूरत है.’

वहीं, कांग्रेस पार्टी ने कुमार के इस बयान से किनारा कर लिया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘कांग्रेस पार्टी सदन में कर्नाटक विधानसभा स्पीकर और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक के बीच हुई इस अत्यधिक आपत्तिजनक और असंवेदनशील मजाक से सहमत नहीं है.’

हालांकि, पार्टी ने यह नहीं बताया कि क्या नेता के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई की जाएगी.

कुमार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट कर कहा, ‘मेरी मंशा तुच्छ या इस जघन्य अपराध का महिमामंडन करने की नहीं थी, बल्कि यह सहज टिप्पणी थी. मैं आगे से अपने शब्दों का चयन सावधानीपूर्ण करूंगा.’

कुमार ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि अगर उनकी टिप्पणी से महिलाएं आहत हुई हैं तो उन्हें माफी मांगने में कोई दिक्कत नहीं है.

वहीं, स्पीकर कागेरी ने कहा, ‘उन्होंने (कुमार) माफी मांग ली है और अब इस मामले को और नहीं खींचते.’

बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब कुमार ने बलात्कार पीड़ितों की तुलना इतने तुच्छ तरीके से की है.

फरवरी 2019 में जब वह विधानसभा स्पीकर थे, उस समय उन्होंने कहा था, ‘मेरी स्थिति एक बलात्कार पीड़िता की तरह है. बलात्कार सिर्फ एक बार हुआ था. अगर आपने इसे वहीं छोड़ दिया तो ये वहीं बीत जाता है. लेकिन जब आप शिकायत करते हैं कि आपके साथ बलात्कार हुआ है तो आरोपी को जेल में डाल दिया जाता है.’

उन्होंने कहा था, ‘उसके वकील पूछते हैं कि ये कैसे हुआ? कब हुआ और कितनी बार हुआ? बलात्कार एक बार होता है लेकिन अदालत में यह 100 बार होता है. ऐसी ही मेरी स्थिति है.’

(इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)