उत्तर प्रदेश: बोर्ड परीक्षा में संगठित रूप से नकल कराने वालों पर रासुका के तहत होगी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने वर्ष 2022 की बोर्ड परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को संगठित रूप से नकल कराने वालों पर रासुका के तहत तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके साथ ही अफ़वाह फैलाने वालों पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी.

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(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने वर्ष 2022 की बोर्ड परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को संगठित रूप से नकल कराने वालों पर रासुका के तहत तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके साथ ही अफ़वाह फैलाने वालों पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश माध्‍यमिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद द्वारा संचालित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में संगठित रूप से नकल कराने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई किए जाने का फैसला किया गया है.

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने मंगलवार को वर्ष 2022 की बोर्ड परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त मण्डलायुक्तों, पुलिस आयुक्तों, जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की.

मिश्र ने विशेष रूप से जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए जिलों में जोनल तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात कर लिए जाएं जो परीक्षा अवधि में परीक्षा केंद्रों का नियमित निरीक्षण तथा पर्यवेक्षण करें.

मंगलवार को जारी सरकारी बयान के अनुसार मिश्र ने संगठित रूप से नकल कराने वालों पर रासुका के तहत तत्काल कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए और कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर विशेष ध्यान रखा जाए तथा उन पर भी सख्त कार्रवाई की जाए.

मुख्‍य सचिव ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा प्रश्न-पत्रों के पहुंचने से पहले ही प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा हेतु आवश्यकतानुसार पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. उन्होंने सभी प्रश्न-पत्रों को जिला मुख्यालय में पुलिस अभिरक्षा में सुरक्षित स्थानों पर रखने के निर्देश दिए.

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि समस्त परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा की अवधि में पर्याप्त सशस्त्र सुरक्षा बल उपलब्ध रहे. आवश्यक सभी सुविधा और चाक-चौबंद व्यवस्था की हिदायत के साथ मुख्य सचिव ने समस्त जिलाधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे लोग स्वयं भी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करें.

अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में 8,373 परीक्षा केंद्रों पर 51,92,689 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे और प्रश्न-पत्रों को रखने की व्यवस्था डबल लॉक युक्त अलमारी में की गई है. शुक्ला के अनुसार, प्रत्येक परीक्षा केंद्र के हर परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी स्थापित किया गया है.

बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल और अपर मुख्‍य सचिव गृह समेत कई अधिकारी शामिल हुए.

उल्लेखनीय है कि उत्‍तर प्रदेश माध्‍यमिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद द्वारा संचालित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा 24 मार्च से शुरू होगी.

अमर उजाला की खबर के मुताबिक, संवेदनशील जिलों में एसटीएफ को निगरानी की जिम्मेदारी दी जाएगी और प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिस बल लगाया जाएगा. सभी परीक्षा केंद्रों के सभी कक्षों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और कक्ष निरीक्षकों की तैनाती सॉफ्टवेयर के माध्यम से की जाएगी.

साथ ही, मुख्य सचिव ने कहा कि जिला प्रशासन प्रश्न-पत्रों को पुलिस कस्टडी में रखे. प्रश्न-पत्रों का वितरण जिलाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी की निगरानी में जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा पुलिस अभिरक्षा में कराया जाएगा.

मुख्य सचिव मिश्रा के आदेश हैं कि सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा की अवधि में पर्याप्त संख्या में सशस्त्र पुलिस बल उपलब्ध रहे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट  के साथ)